आधुनिक देश के अंदर प्राचीन राष्ट्र का निर्माण !

Shravan Garg  हमें समझाया जा रहा है कि आज़ादी हासिल करने के बाद से इंडिया या भारत के नाम से जिस भौगोलिक इकाई को राष्ट्र मानकर गर्व किया जा रहा था वह हक़ीक़त में ‘राष्ट्र’ था ही नहीं. वह तो तत्कालीन राजनीतिक व्यवस्थाओं के अंतर्गत संचालित होने वाला हाड़-मांस के लोगों का एक बड़ा समूह … Continue reading आधुनिक देश के अंदर प्राचीन राष्ट्र का निर्माण !