मेडिकल और ओरल एविडेंस विरोधाभास हो, तो आई विटनेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता : HC 

Vinit Abha Upadhyay Ranchi :     झारखंड हाईकोर्ट ने एक क्रिमिनल अपील पर सुनवाई करते हुए कहा है कि जहां भी चिकित्सा साक्ष्य (मेडिकल एविडेंस) और मौखिक साक्ष्य (ओरल एविडेंस) के बीच विरोधाभास है, वहां प्रत्यक्ष साक्ष्य (आई विटनेस) पर विश्वास नहीं किया जा सकता. दरअसल सरायकेला-खरसांवा सिविल कोर्ट ने निराकार महतो को माधो सिंह … Continue reading मेडिकल और ओरल एविडेंस विरोधाभास हो, तो आई विटनेस पर भरोसा नहीं किया जा सकता : HC