लखनऊ किसान महापंचायत भाजपा के लिए खतरे की घंटी तो नहीं ?

Faisal Anurag किसान हैं कि मानने को तैयार नहीं हैं. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र और लखनऊ जुटान से स्पष्ट कर दिया है कि राजनीतिक बदलाव की बयार तेज हैं. किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ शब्दों में कहा है कि किसान के साथ अन्य लोग भी राजनीतिक बदलाव चाहते हैं. दरअसल कृषि कानूनों को लेकर … Continue reading लखनऊ किसान महापंचायत भाजपा के लिए खतरे की घंटी तो नहीं ?