मैडम जी भी गाने लगीं गीत, मेरे पैरों में घुंघरू बंधा दे तो फिर मेरी चाल देख लो…

चुनावी चकल्लस  Sanjay singh पलामू में भले ही गरीबी हो. सूखा पड़ता हो, बेरोजगारी और पलायन चरम पर हो, लेकिन इससे किसी को कोई मतलब नहीं. यहां तो राजनीति उफान पर रहती है. सुखाड़, बेरोजगारी, पलायन का गीत गुनगुना कर यहां राजनीति चमकानेवाले नेताजी लोगों की कमी नहीं है. अब पलामू के धनाढ्य परिवारों में … Continue reading मैडम जी भी गाने लगीं गीत, मेरे पैरों में घुंघरू बंधा दे तो फिर मेरी चाल देख लो…