लोकप्रियता का पैमाना नफरत है, जो नफरत का कारोबार करते हैं, वह ज्यादा लोकप्रिय है

Krishna Kant सौ साल पहले जब दक्षिणी अमेरिका में अश्वेत लोगों की लिंचिंग हो रही थी, तो ज्यादातर गोरे अमेरिकी इसके पक्ष में थे. बहुत सारे गोरे इसके विरोध में आये तो उनको भी मार दिया गया. उसी दौरान वर्ष 1901 में लेखक मार्क ट्वेन ने लिंचिंग के खिलाफ एक लेख लिखा था- the united … Continue reading लोकप्रियता का पैमाना नफरत है, जो नफरत का कारोबार करते हैं, वह ज्यादा लोकप्रिय है