श्मशान-कब्रिस्तान में बढ़ा दवाब, शवों को भी अपनी बारी का इंतजार

Dhanabd: पहले तो ‘राम नाम सत्य है, ‘सबका यही गत है’ के उच्चारण के साथ चार कंधों पर सवार होकर अर्थी श्मशान घाट पहुंचती थी. लेकिन वैश्विक महामारी कोरोना काल में स्थिति खराब है. अधिकतर शव एम्बुलेंस से लाया जा रहा है. ये कहना है शहर के मटकुरिया मुक्तिधाम के लोगों का. आज की इस … Continue reading श्मशान-कब्रिस्तान में बढ़ा दवाब, शवों को भी अपनी बारी का इंतजार