क्षेत्रीय राजनीति और राष्ट्रीय अपेक्षाएं

Ayodhya Nath Mishra आज वैश्विक स्तर पर राजनीतिक प्रशासन और लोकतांत्रिक व्यवस्था में क्षेत्रीय चिंतन एवं उससे उद्भूत क्षेत्रीय दलों की अपरिहार्यता को झुठलाया नहीं जा सकता. भाषा-संस्कृति, सामाजिक-आर्थिक, भौगोलिक परिवेश और संतुलित क्षेत्रीय विकास, निवेश, समग्र विकास की अवधारणा सहित कई बिंदुओं को आधार बनाकर राजनीतिक अधिकारिता एवं सुशासन द्वारा नागरिक अधिकारों की रक्षा … Continue reading क्षेत्रीय राजनीति और राष्ट्रीय अपेक्षाएं