लोकतंत्र की कुर्बानियों को याद कीजिए और विधानसभा को विधानसभा ही रहने दीजिए

Faisal Anurag भारत की संसदीय परंपराओं को तार-तार करने की कोई भी प्रक्रिया लोकतंत्र विरोधी है. दुनिया की वैज्ञानिक और आधुनिक प्रगति थियोक्रेसी यानी धर्मराज्य को खारिज करने की बाद ही हुई. लोकतंत्र और संसदीय परंपराओं का इतिहास भी इसी निषेध की देन है. यह दुखद है कि भारत समेत दुनिया के कुछ देशों में थियोक्रेसी की मांग जोर पकड़ रही है और चुनावी जीत-हार का जरूरी तत्व … Continue reading लोकतंत्र की कुर्बानियों को याद कीजिए और विधानसभा को विधानसभा ही रहने दीजिए