भारतीय लोकतंत्र में नैरेटिव की भूमिका

Dr. Kaushalendra Batohi नैरेटिव या विमर्श किसी भी लोकतांत्रिक देश और उसके समाज के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द है, जो उस समाज में व्यवस्थागत रूप से सभी विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करने वाले लोग संप्रेषित करते हैं. यह नैरेटिव कभी-कभी समाज एवं देश के लिए हितकर होता है, उसके वैभव एवं देश के आम जनमानस … Continue reading भारतीय लोकतंत्र में नैरेटिव की भूमिका