एक बेचैन राज्य का सुख-12, माननीयों की मनमर्जी
Shyam Kishore Choubey अर्जुन मुंडा के मुख्यमंत्रित्व वाली तीसरी सरकार चाहे जैसी भी थी, पूर्व की सात सरकारों से बेहतर पोजीशन में चल रही थी. दिल्ली के दबाव, अर्जुन मुंडा की चतुराई और जिस हाल में झामुमो सरकार में शामिल हुआ था, उसमें मंत्रियों की खुदमुख्तारी की बहुत गुंजाइश नहीं थी. वह सरकार हाउस भी … Continue reading एक बेचैन राज्य का सुख-12, माननीयों की मनमर्जी
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