जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध

Harikant Tripathiलोकतांत्रिक सरकारें और राजनीतिक दल, जनता के लिए होते हैं या सत्ता के लिए? यह सवाल आज के इस अभूतपूर्व संकट में मुंह बाये सामने खड़ा है. देश में कल 2 लाख 60 हज़ार से अधिक नये कोरोना केसेज आये. यह संख्या द्रुत गति से ऊपर की ओर भाग रही है. स्वास्थ्य सुविधाओं की … Continue reading जो तटस्थ हैं, समय लिखेगा उनके भी अपराध