अमेरिका ने आतंकी संगठन TRF को ग्लोबल आतंकी संगठनों की लिस्ट में डाला, भारत की  कूटनीतिक जीत

 New Delhi :  अमेरिका द्वारा आतंकवादी संगठन The Resistance Front (TRF) को ग्लोबल आतंकी संगठनों की लिस्ट में डाल दिये जाने की खबर है. पहलगाम आतंकी हमले के लगभग तीन माह बाद यह खबर आयी है.

 

 

याद करें कि 22 अप्रैल हुए हमले में द रेजिस्टेंस फ्रंट(टीआरएफ)के आतंकियों ने धर्म पूछकर 27 लोगों की क्रूर हत्या कर दी थी.  टीआरएफ पाकिस्तान के कुख्यात आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का नया बेबी है. इसी ने पहलगाम हमले की जिम्मेदारी ली थी. 


 

अमेरिका के गृह विभाग द्वारा  टीआरएफ को विदेशी आतंकी संगठन (FTO) और विशेष रूप से नामित वैश्विक आतंकवादी (SDGT) की सूची में शामिल किये जाने को भारत की कूटनीतिक जीत माना जा रहा है. है.

 

 

जानकारों को कहना है कि इसमें  विदेश मंत्री एस जयशंकर और भारत की ओर से आउटरिच मिशन पर अमेरिका भेजे गये कांग्रेस नेता शशि थरूर की भूमिका अहम रही. बता दें कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान पर टारगेटेड जवाबी हमले किये थे. 
 


 
भारत पहलगाम हमले के बाद संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इस मसले को ले गया था. भारत ने सुरक्षा परिषद में पहलगाम हमले में TRF की भागीदारी के सबूत, TRF के लीडर्स, फंडिंग सोर्स और नेटवर्क से जुड़े दस्तावेज मुहैया कराये थे. संयुक्त राष्ट्र के सदस्यों ने कहा था कि पहलगाम हमले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले.

 


जयशंकर ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को स्टेट पॉलिसी का हिस्सा बनाने का आरोप लगाते हुए  अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इसे गंभीरता से लेने की अपील की थी.  विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अमेरिका के विदेश मंत्री और अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के साथ द्विपक्षीय वार्ताएं कर TRF को आतंकी संगठन सूचीबद्ध कराने के लिए भारत का पक्ष मजबूती से रखा था.

 


 एक बात और कि जब संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में TRF को आतंकी संगठन घोषित करवाना चाह रहा था तो चीन इस पर लगातार तकनीकी रोक लगा रहा था.  यहां तक कि चीन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद  की 1267 प्रतिबंध समिति में TRF को बचाने का काम किया.  

 

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