रांची के हाराडीह मंदिर समेत झारखंड के 5 पूजा स्थलों का संरक्षण और विकास कर रहा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण

New Delhi : झारखंड के 5 पूजा स्थलों का संरक्षण और विकास का काम भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग कर रह रहा है. राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश के राज्यसभा में उठाये गये सवाल पर सरकार की ओर से यह जवाब दिया गया. दीपक प्रकाश ने राज्यसभा में झारखंड के प्राचीन विशेष कर आदिवासी क्षेत्रों में स्थित मंदिरों और पूजास्थलों के संरक्षण एवं विकास के संबंध में सवाल किए थे.

स्मारकों का संरक्षण एवं विकास एक सतत प्रक्रिया

सांसद के सवाल का जवाब देते हुए केंद्रीय संस्कृति,पर्यटन और पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री जी.किशन रेड्डी ने बताया कि भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण देश भर में 3693 केंद्रीय संरक्षित स्मारकों तथा स्थलों का संरक्षण तथा विकास संबंधी कार्य करता है. उन्होंने कहा कि पूजा स्थलों सहित स्मारकों का संरक्षण एवं विकास एक सतत प्रक्रिया है जो आवश्यकतानुसार विभिन्न स्थानों पर विभाग द्वारा किये जाते हैं.

इनमें गुमला स्थित नवरत्न गढ़ का महल और मंदिर भी

मंत्री ने बताया कि झारखंड के 5 पूजा स्थल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के संरक्षण में है. इसमें लोहरदगा जिला के खेर पाट स्थित प्राचीन शिव मंदिर, रांची ज़िला का हाराडीह मंदिर, पश्चिम सिंहभूम का बेनी सागर मंदिर, साहेबगंज का जामा मस्जिद एवं गुमला जिला स्थित नवरत्न गढ़ का महल और मंदिर शामिल हैं. इसे भी पढ़ें – आयुष">https://lagatar.in/date-of-application-extended-for-appointment-of-ayush-doctor-hc-said-ayush-doctors-working-on-contract-will-be-involved-in-the-restoration/">आयुष

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