Chandwa : शहर का एकमात्र बस पड़ाव वर्ष 2013-14 से अस्तित्व में है, लेकिन आज तक यह बस पड़ाव असुविधाओं का दंश झेल रहा है. वर्तमान में कोई संवेदक बस स्टैंड का सैरात (डाक)नहीं लिया है. बस पड़ाव की वसूली सीधे तौर पर जिला प्रशासन के द्वारा ही करवाई जा रही है. सीधे प्रशासन के द्वारा राजस्व की वसूली होने से सरकार के खाते में ठेकेदार के अपेक्षा ज्यादा राजस्व पहुंचनी चाहिए, फिर भी यहां यात्री सुविधा नग्न्य है. ज्यादातर यात्री बसें स्टैंड के अंदर जाती ही नही हैं और बस चालकों के द्वारा सड़क पर ही वाहन खड़ी कर यात्रियों का उतार-चढ़ाव किया जाता है, जिससे बराबर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है. शहर के एक मात्र यात्री पड़ाव में दूर-दराज से आने जाने वाले यात्रियों को आराम करने के लिए शेड तक नहीं बना हुआ है. विशेषकर महिलाओं को इस बस पड़ाव में घोर कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है. यहां ढंग के शुलभ शौचालय भी नहीं हैं. एक शौचालय का निर्माण हो भी रहा जिसमें महीनों समय लग रहा है. वहीं समाजसेवी रवि दे ने उपायुक्त को ज्ञापन देकर चंदवा बस स्टैंड में हो रहे अनियमितत्ता पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है. इसे भी पढ़ें–गिरिडीह">https://lagatar.in/jamshedpur-satirical-play-shaadi-karbu-com-was-published-on-amazon-kindle/">गिरिडीह
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