दो दिवसीय राज्य स्तरीय ग्रामीण व स्वदेशी जनजातीय खेल प्रतियोगिता का हुआ उद्घाटन
देश-दुनिया झारखंड को सोने की चिड़िया कहती है, बावजूद हमारे राज्य के लोग विकास मानदंडों में पीछे हैं : CM
[caption id="attachment_930925" align="aligncenter" width="600"]https://lagatar.in/colorful-start-of-jharkhand-tribal-festival-governor-inaugurated/cm-adi/"rel="attachment wp-att-930925">
alt="sZX" width="600" height="400" /> झारखंड आदिवासी महोत्सव में हवा मिठाई खाकर बचपन की याद ताजा करते मुख्यमंत्री [/caption] आदिवासियों को देश-दुनिया का सबसे, आदिवासी समाज के बाद ही अन्य समाजों का सृजन हुआ. इसी क्रम में ये आदिवासी समाज भी देश दुनिया के सभी कोनों में अपनी संस्कृति, विरासत के साथ चल रहा है. इसमें झारखंड प्रदेश आदिवासी संस्कृति सभ्यता, जल, जंगल, जमीन की रक्षा और अधिकारी लड़ाई के लिए संघर्ष दुनिया को दिखाया है. हमें गर्व है कि हमने ऐसी धरती पर जन्म लिया, जिसे झारखंड ही नाम नहीं बल्कि इस राज्य को वीरों की धरती कहा जाता है. जहां भगवान बिरसा मुंडा, सिदो-कान्हो, फूलो-झानों जैसे वीर सपूतों ने इस धरती के लिए, आदिवासी-मूलवासियों के अधिकार के लिए संघर्ष किया. इसलिए हमारे पूर्वजों ने अलग राज्य की परिकल्पना की, लोगों के बलिदान और संघर्ष के कारण साल 2000 में हमें अलग झारखंड राज्य प्राप्त हुआ. राज्य बनने के बाद विकास के पथ पर चलाने के लिए, कई सरकारें बनीं. 2019 की सरकार बनाने के बाद हम आदिवासी दिवस भी नहीं मना पाए. इस बीच कोरोना काल में हम संक्रमण काल से गुजरे. इसके बाद हमने देश-दुनिया सोने की चिड़िया कहती है, लेकिन इतना खनिज संसाधन होने के बावजूद हमारे राज्य के लोग विकास के मानदंडों को पूरा कर पाने में असमर्थ हैं.
संघर्षों के बदैलत अलग राज्य के रुप में झारखंड बना
अलग झारखंड राज्य के लिए लोगों ने लड़ाई लड़ी, इनमें से कई बुजुर्ग हो गये और कई संघर्षशील लोगों ने हमारा साथ छोड़ दिया. लेकिन इस बात को हमेशा याद रखना चाहिए कि ये राज्य और प्रदेशों की अपेक्षा इसकी अलग पहचान और इतिहास रहा है. सदियों से यहां के मूलवासियों के साथ शोषण हुआ. आजादी के पहले और बाद में भी यहां के आदिवासियों के साथ शोषण हुआ.आज खुशी और संकल्प लेने का दिन
लेकिन हमारे विगत कार्यकाल के दिनों में हमने अलग-अलग तरीकों से विकास की गति को बढ़ाने का प्रयास किया. राज्य के लोगों के लिए बेहतर भविष्य उपलब्ध हो सके, इसका प्रयास आपकी सरकार कर रही है. हमारी आने वाली पीढ़ी को बेहतर भविष्य मिल सके. इसके लिए हमने प्रयास किया, चाहे वो मॉडल स्कूल के नाम पर हो या फिर गरीबों के लिए सर्वजन पेंशन हो, चाहे इस राज्य की हर महिला को सम्मान राशि देने का हो. बहुत सारी ऐसी योजनाओं को लेकर हमने राज्य को गति दी. आज खुशी का दिन है और संकल्प लेने का भी दिन है कि हम लोग बहुत मुश्किलों और संघर्षों के बाद किसी पायदान पर पहुंचते हैं. इसे भी पढ़ें -वक्फ">https://lagatar.in/joint-committee-on-waqf-bill-21-members-nominated-from-lok-sabha-eight-from-bjp-three-from-congress-mps-included/">वक्फविधेयक संबंधी संयुक्त समिति : लोकसभा से 21 सदस्य नामित, भाजपा के आठ, कांग्रेस के तीन सांसद शामिल [wpse_comments_template]