झारखंड में मुहर्रम पर विधि व्यवस्था को लेकर डीजीपी करेंगे समीक्षा बैठक

Ranchi :   झारखंड में आगामी मुहर्रम पर्व के मद्देनजर राज्यव्यापी अलर्ट जारी किया गया है.  पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अनुराग गुप्ता आज बुधवार को राज्य के सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों (एसपी), क्षेत्रीय पुलिस उप-महानिरीक्षकों (डीआईजी) और जोनल पुलिस महानिरीक्षकों (आईजी) के साथ एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक करेंगे. यह बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होगी. इस बैठक का मुख्य उद्देश्य मुहर्रम के दौरान राज्य में किसी भी प्रकार की कानून-व्यवस्था संबंधी समस्या को रोकना है. बैठक में 15 प्रमुख एजेंडों पर विस्तार से चर्चा होगी और डीजीपी पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी जारी करेंगे.

 

बैठक के 15 मुख्य एजेंडे : 

- निरोधात्मक कार्रवाई :  आगामी मुहर्रम पर्व को देखते हुए किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए आवश्यक निरोधात्मक कार्रवाईयों पर विचार किया जाएगा.

- मजिस्ट्रेट और बलों की उपलब्धता व प्रतिनियुक्ति : कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पर्याप्त संख्या में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ-साथ उनकी तैनाती की योजना बनाई जाएगी.

- धार्मिक स्थलों की सुरक्षा और निगरानी : अब तक धार्मिक स्थलों की सुरक्षा के लिए की गई कार्रवाईयों की समीक्षा होगी. इसमें सीसीटीवी कैमरों की स्थापना और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी की व्यवस्था पर भी चर्चा की जाएगी.

- मुहर्रम जुलूस अखाड़ों का रूट लाइन : लाइसेंसी और गैर-लाइसेंसी दोनों प्रकार के मुहर्रम जुलूस अखाड़ों के रूट (मार्ग) की समीक्षा की जाएगी.

- जुलूस मार्गों का भौतिक सत्यापन :  जुलूस निकलने वाले मार्गों का मौके पर जाकर सत्यापन किया जाएगा, ताकि किसी भी बाधा या सुरक्षा चूक की पहचान की जा सके.

- संवेदनशील स्थानों पर तैनाती और निगरानी : जुलूस मार्गों पर पड़ने वाले संवेदनशील स्थानों और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की तैनाती के साथ-साथ वीडियोग्राफी और ड्रोन द्वारा हवाई निगरानी की व्यवस्था पर भी विचार किया जायेगा.

- जुलूस के साथ मजिस्ट्रेट और बलों की प्रतिनियुक्ति : जुलूसों के साथ-साथ मजिस्ट्रेट और पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती सुनिश्चित की जाएगी, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को तुरंत नियंत्रित किया जा सके.

- जुलूस मार्गों में प्रकाश और पब्लिक संबोधन प्रणाली : जुलूस मार्गों पर लगातार लाइट की व्यवस्था और सार्वजनिक संबोधन प्रणाली  की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर चर्चा होगी.

- संयुक्त नियंत्रण कक्ष और आपातकालीन योजना : एक संयुक्त नियंत्रण कक्ष स्थापित करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए एक विस्तृत आपातकालीन योजना  बनाने पर जोर दिया जाएगा.

- शांति समिति की बैठकें : जिला और थाना स्तर पर शांति समिति की बैठकें आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया जाएगा, ताकि विभिन्न समुदायों के बीच समन्वय स्थापित किया जा सके.

- दंगा रोधी उपकरणों की उपलब्धता और अभ्यास :  जिलों में दंगा रोधी सुरक्षा उपकरणों, दंगा रोधी वाहनों और वॉटर कैनन की उपलब्धता का सत्यापन किया जाएगा. साथ ही, दंगा नियंत्रण के लिए अभ्यास की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाएगी.

- अवैध मादक पदार्थों और शराब के खिलाफ छापेमारी : अवैध मादक पदार्थों और शराब के खिलाफ विशेष छापेमारी अभियान चलाने पर चर्चा होगी.

- उत्तेजक गानों पर रोक : डीजे और अन्य साउंड सिस्टम द्वारा उत्तेजक या भड़काऊ गानों के प्रसारण पर रोक लगाने के लिए आवश्यक कार्रवाई पर विचार किया जाएगा.

- सुरक्षा बलों के लिए व्यवस्था : मुहर्रम ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा बलों के लिए भोजन, रहने और पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने पर भी चर्चा होगी.

- आपातकालीन चिकित्सा व्यवस्था : किसी भी आपात स्थिति में तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराने के लिए आवश्यक चिकित्सा व्यवस्थाओं की योजना बनाई जाएगी.