IAS अधिकारी में केवल पूजा सिंघल ही चर्चित नाम नहीं, देश के कई नौकरशाह भी हैं इस सूची में
सोशल मीडिया पर पश्चिमबंग बांग्ला अकादमी का विरोध
इस क्रम में साहित्य अकादमी (पूर्वी क्षेत्र) के जनरल काउंसिल के सदस्य आनंदिरंजन विश्वास द्वारा बंगाली अडवाइजरी बोर्ड से इस्तीफा दे दिये जाने की खबर है. जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जो अवॉर्ड दिया गया है, वह तीन साल में एक बार प्रदान दिया जायेगा. जान लें कि यह अवॉर्ड ऐसे शख्स को दिया जाना है जो मुख्यतः साहित्य के क्षेत्र से न होते हुए भी सृजन करता है. शिक्षा मंत्री ब्रत्य बासु ने सोमवार को ऐलान किया था कि मुख्यमंत्री की रचना कोबिता बितान के लिए उन्हें अवॉर्ड दिया जायेगा. लेकिन इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर इस फैसले का विरोध शुरू हो गया. इसे भी पढ़ें : इतिहासकार">https://lagatar.in/historians-ramachandra-guha-and-prashant-bhushan-compare-india-with-the-situation-in-sri-lanka-warn/">इतिहासकाररामचंद्र गुहा और प्रशांत भूषण ने भारत की तुलना श्रीलंका के हालात से की, चेताया
रत्ना राशिद को आनंद शंकर रे मेमोरियल अवॉर्ड दिया गया था
रत्ना राशिद को 2019 में आनंद शंकर रे मेमोरियल अवॉर्ड दिया गया था. उन्होंने पश्चिम बंग बांग्ला अकादमी को पत्र लिखकर कहा कि वह जल्द ही मोमेंट और अवॉर्ड कार्यालय भिजवा देंगी. उन्होंने कहा, मुझे पता चला है कि पश्चिमबंग बांग्ला अकादमी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को अवॉर्ड देने जा रही है. कहा कि ऐसा कर अकादमी केवल निंदनीय उदाहरण स्थापित कर रही है और यह ऐसे लोगों की बेइज्जती है जो साहित्य के लिए अपना जीवन समर्पित कर देते हैं. इसे भी पढ़ें : राजद्रोह">https://lagatar.in/important-decision-of-supreme-court-on-sedition-law-ban-imposed-cases-cannot-be-registered-till-reconsideration/">राजद्रोहकानून पर सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला, लगाई रोक, पुनर्विचार तक दर्ज नहीं किये जा सकते केस