Ranchi : नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता के परिणामस्वरूप आज डिजिटल इंडिया 140 करोड़ देशवासियों की दिनचर्या का अभिन्न हिस्सा बन चुका है. बैंकिंग, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसे क्षेत्रों में इसका व्यापक और क्रांतिकारी प्रभाव देखने को मिल रहा है. सस्ती और सहज इंटरनेट सुविधा ने आम जन तक अनेक सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित की है.
बाबूलाल ने गिनाईं डिजिटल भारत की उपलब्धियां
- भारतनेट योजना: 5.85 लाख गांवों को ऑप्टिकल फाइबर से जोड़ा गया है.
- कॉमन सर्विस सेंटर्स: 5.7 लाख से अधिक कॉमन सर्विस सेंटर्स गांवों में आधार अपडेट, बिल भुगतान, प्रमाण पत्र और सरकारी योजनाओं की सेवाएं दे रहे हैं.
- जनधन योजना: 50 करोड़ से अधिक बैंक खातों ने सबसे वंचित तबकों को वित्तीय सिस्टम से जोड़ा.
- डीबीटी : 34 लाख करोड़ से ज़्यादा की राशि सीधे लाभार्थियों के खातों में पहुंची है.
- पीएम गडिसा : 6 करोड़ से ज़्यादा नागरिकों को डिजिटल साक्षरता दी गई है.
- डिजीलॉकर: 20 करोड़ से अधिक यूज़र्स को बोर्ड, यूनिवर्सिटी और सरकारी संस्थान सीधे उनके अकाउंट में दस्तावेज़ जारी करते हैं.
- ई-नैम: 1300 अधिक मंडियां जुड़ी हैं, जहां किसान भाव देख सकता है और डेटा आधारित निर्णय ले सकता है.
- पीएम किसान योजना: 3 लाख करोड़ सीधे खातों में भेजे गए हैं.
- यूपीआइ : हर दिन 1100 करोड़ से ज़्यादा के ट्रांज़ैक्शन हो रहे हैं.
- नेशनल डिजीटल हेल्थ मिशन : करोड़ों नागरिकों को हेल्थ आइडी मिली है, जिसमें इलाज का पूरा इतिहास दर्ज है.
- जेम: 8 लाख करोड़ से ज़्यादा की सरकारी खरीद अब डिजिटल हो चुकी है.