ईडी के ECIR में अंबा प्रसाद व पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ रंगदारी,जालसाजी  सहित अन्य आपराधिक मामले शामिल

 

Ranchi : ईडी ने अपने  इसीआइआर में अंबा व पारिवारिक सदस्यों के खिलाफ विभिन्न थानों दर्ज एक दर्जन से अधिक प्राथमिकी को शामिल किया है.  थाने में दर्ज प्राथमिकी में रंगदारी,जमीन कब्जा, एनटीपीसी के काम को बाधित करने अलावा टाईगर ग्रुप नामक प्रतिबंधित संगठन बनाने का आरोप है.

 

 पूर्वि विधायक अंबा प्रसाद के खिलाफ थाने में दर्ज धोखाधड़ी और जालसाजी के मामले को भी शामिल किया है. वर्ष 2024 में छापामारी के दौरान अंबा प्रसाद व पारिवारिक सदस्यों के ठिकानों पर छापामारी के दौरान अंबा प्रसाद के आवासीय परिसर को शामिल किया गया था. दूसरी बार शुरू हुई छापामारी के दौरान अंबा प्रसाद के कार्यालय को शामिल किया गया है.  ईडी ने अपने इसीआइआर में अंबा के माता पिता के खिलाफ विभिन्न थानों में दर्ज प्राथमिकी को भी शामिल किया है. 

 

अंबा प्रसाद के माता पिता दोनो ही हजारीबाग जिले के बड़कागांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं. अंबा प्रसाद भी इसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक चुनी गयी थीं. अंबा प्रसाद के पिता योगेंद्र साव राज्य में मंत्री भी रह चुके हैं. अंबा के माता पिता के खिलाफ  थाने में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है. इसमें हिंसक भीड़ का नेतृत्व करने, प्रशासनिक अधिकारी को धमकी देने, पुलिस पर हमला करने जैसे आपराधिक मामले शामिल हैं.

 

अंबा प्रसाद के भाई अंकित राज के खिलाफ बालू के अवैध खनन के आरोप में थाने में दर्ज प्राथमिकी को भी इडी ने अपने इसीआइआर में शामिल किया है. बालू के अवैध खनन और व्यापार के आरोप में इडी ने वर्ष 2024 में अंकित राज के ठिकानों को भी छापेमारी के दायरे में शामिल किया था. इन ठिकानों से बालू के अवैध कारोबार से संबंधित दस्तावेज जब्त किये गये थे. इसके अलावा इडी ने अंकित राज के कार्यलय से नकद राशि भी जब्त की थी.

 

अभियुक्त का नाम  आरोपों का ब्यारो
अंबा प्रसाद व अन्य  जालसाजी, धोखाधड़ी
योगेंद्र  साव, निर्मला देवी  हिंसक भीड़ का नेतृत्व करना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी  एनटीपीसी के माइनिंग में अवरोध पैदा करना
योगेंद्र साव प्रतिबंधित संगठन से संबंध होना
योगेंद्र साव, निर्माला देवी व अन्य  पुलिस पर हमला करना
योगेंद्र साव, निर्मला देवी व अन्य  हिंसक भीड़ का नेतृत्व करना
योगेंद्र साव, निर्मा देवी व अन्य   प्रशासनिक अधिकारी को धमकी देना
योगेंद्र साव, पवन साव, राज कुमार गुप्ता झारखंड टाइगर ग्रुप बनाना
योगेंद्र साव व अन्य  रंगदारी
अंकित राज  बालू का अवैध खनन
योगेंद्र साव  जेल मे मोबाईल फोन का इस्तेमाल करना