अवैध बालू खनन व जमीन पर कब्जा को लेकर ED ने अंबा प्रसाद से जुड़े लोगों के 20 ठिकानों पर मारा था छापा
कोर्ट के आदेश के बाद ईडी के समक्ष हाजिर हुए थे पीके मिश्रा
झारखंड के साहिबगंज में 1000 करोड़ के अवैध खनन मामले में डीएसपी प्रमोद मिश्रा से छह मार्च 2023 को ईडी ने पूछताछ की थी. इससे पहले ईडी डीएसपी मिश्रा को चार बार समन भेज चुकी थी,लेकिन वे एजेंसी के दफ्तर नहीं पहुंचे. समन के खिलाफ डीएसपी प्रमोद मिश्रा झारखंड हाईकोर्ट गए, लेकिन कोर्ट ने भी उन्हें एजेंसी के सामने हाजिर होने का आदेश दे दिया. डीएसपी प्रमोद कुमार मिश्रा पर आरोप है कि उन्होंने बड़हरवा टेंडर विवाद, मारपीट व धमकी मामले के दो मुख्य आरोपित मंत्री आलमगीर आलम व विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा को महज 24 घंटे के भीतर बिना ठोस जांच के ही क्लीन चिट दे दी थी. ईडी ने पुलिस की कई खामियों को पकड़ा और इसी मामले में उनका बयान लेना चाहती है.बर्लिन अस्पताल के जमीन मामले प्रीति कुमार से होगी पूछताछ
बरियातू रोड स्थित बर्लिन अस्पताल के जमीन मामले में प्रीति कुमार से ईडी पूछताछ करेगी. इससे पहले उनसे बीते 12 जनवरी को ईडी पूछताछ कर चुकी है. ईडी ने जमीन घोटाला मामले की जांच के दौरान पिछले साल 13 अप्रैल 2023 को बड़गाई अंचल के राजस्व उप निरीक्षक भानु प्रताप के घर पर रेड किया था. उस दौरान भानु के घर से एक बड़े बक्से में भारी मात्रा में जमीनों के दस्तावेज मिले थे. रांची डीसी के आदेश पर इस मामले में सदर थाने में एफआईआर भी दर्ज हुई थी. ईडी को जांच के क्रम में यह जानकारी मिली थी कि कई दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ कर और कुछ को गायब कर जमीनों की हेराफेरी की गई है. इसी मामले की जांच के दौरान एजेंसी को बरियातू फायरिंग रेंज के पास की आठ एकड़ जमीन और बर्लिन अस्पताल की जमीन की भी जानकारी मिली थी.पिंटू के घर पर ईडी ने की थी छापेमारी
जमीन घोटाला और अवैध खनन मामले में ईडी ने बीते 3 जनवरी 2024 की सुबह पिंटू समेत कई अन्य लोगों के ठिकाने पर छापेमारी की थी. इसी मामले में पूछताछ के लिए ईडी ने साहिबगंज डीसी को 11 जनवरी, विनोद सिंह को 15 जनवरी और सीएम के प्रेस सलाहकार अभिषेक प्रसाद उर्फ पिंटू को 16 जनवरी को ईडी ऑफिस में हाजिर होने को कहा था. हालांकि पिंटू ने ईडी को लिखकर कहा है कि उनकी पत्नी बीमार है इसलिए पूछताछ के लिए उन्हें 22 जनवरी के बाद का समय दिया जाये. इसे भी पढ़ें- हिंडनबर्ग">https://lagatar.in/hindenburg-reports-aim-was-not-only-to-destabilize-us-but-also-to-defame-indias-governance-system-adani/">हिंडनबर्गरिपोर्ट का मकसद सिर्फ हमें अस्थिर करना नहीं, भारत की शासन प्रणाली को भी बदनाम करना था : अडानी [wpse_comments_template]