हजारीबाग में बढ़ती आपराधिक और उग्रवादी गतिविधियां पुलिस के लिए चुनौती

Hazaribagh :  हजारीबाग जिले में बीते 24 दिनों में उग्रवादियों और अपराधियों ने एक के बाद एक चार बड़ी वारदातों को अंजाम दिया है, जिससे कानून व्यवस्था के लिए चुनौती पैदा हो गई है. उग्रवादी लेवी वसूली के लिए वाहनों में आगजनी और गोलीबारी कर रहे हैं. जबकि अपराधी दहशत फैलाने का काम कर रहे हैं. इससे एक तरफ पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ  क्षेत्र में भय का माहौल बना गया है. 

 

कोल परियोजना में आगजनी और गोलीबारी

1 जून की रात, टीपीसी उग्रवादियों ने केरेडारी प्रखंड के पगार ओपी थाना क्षेत्र के पांडू में खूब आतंक मचाया था. उन्होंने केडी परियोजना के तहत कोयला उत्पादन में लगी बीजीआर कंपनी के दो स्कैनिया वाहनों में आग लगा दी, जिससे वाहन पूरी तरह जल गए. इस दौरान उग्रवादियों ने गोलीबारी भी की, जिसमें एक युवक घायल हो गया.

 

जेवर दुकान पर ताबड़तोड़ गोलीबारी

22 जून की दोपहर में हजारीबाग सदर थाना क्षेत्र में अज्ञात अपराधियों ने श्री जेवलर्स नाम के जेवर दुकान पर ताबड़तोड़ गोलीबारी की और मौके से फरार हो गए. इस घटना से जेवर व्यवसायियों में दहशत फैल गई. इसके विरोध में 25 जून को व्यापारियों ने शहर में पूर्ण बंद का आह्वान किया. इस दौरान दुकानें बंद रहीं और कारोबारियों ने रैली निकालकर अपना आक्रोश व्यक्त किया.

 

सड़क निर्माण कार्य में लगे वाहनों में आगजनी

 23 जून की रात को टीपीसी उग्रवादियों ने एक और बड़ी घटना को अंजाम दिया. उन्होंने बड़कागांव थाना क्षेत्र के जोराकाठ में दो जेसीबी, दो हाईवा, एक ग्रेडर, एक पानी टैंकर और एक जनरेटर सहित छह वाहनों में आग लगा दी. ये सभी वाहन सड़क निर्माण कार्य में लगे हुए थे.

 

बड़कागांव में दो लोगों को गोली मारी

 25 जून को हजारीबाग के सीकरी थाना क्षेत्र अंतर्गत पतरा पुल के समीप अज्ञात अपराधियों ने दो लोगों को निशाना बनाकर तीन राउंड फायरिंग की, जिसमें कालेश्वर बेदिया और बैजू बेदिया नाम के दो व्यक्ति घायल हो गए. घायल बैजू बेदिया ने बताया कि वे बीजीआर कंपनी के कार्यालय से बचा खाना लेकर फार्म जा रहे थे, तभी तीन मोटरसाइकिलों पर सवार छह अज्ञात अपराधियों ने उन पर गोलीबारी की और फरार हो गए.