Kiriburu (Shailesh Singh) : किरीबुरु-मेघाहातुबुरु एवं सारंडा के शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में आज तक चुनाव का माहौल देखने को नहीं मिल पा रहा है जो चर्चा का विषय बना हुआ है. चुनाव की तिथि की घोषणा के बाद से लेकर आजतक झामुमो प्रत्याशी जोबा माझी एवं भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा एक-एक बार जनसम्पर्क अभियान मात्र चला चुकी है. इसके बाद कोई नेता यहां नहीं आया. विभिन्न दलों के स्थानीय कार्यकर्ता ही अपने-अपने स्तर से जनसम्पर्क अभियान चलाने में लगे हैं. सिंहभूम संसदीय सीट पर चुनाव प्रचार 11 मई की शाम थम जायेगा. इसे भी पढ़ें : घाटशिला">https://lagatar.in/ghatsila-ssp-held-a-meeting-with-officials-regarding-los-elections/">घाटशिला
: लोस चुनाव को लेकर एसएसपी ने पदाधिकारियों संग की बैठक ऐसी स्थिति में अब मात्र चार दिन और बचा हुआ है. लेकिन अब तक प्रचार-प्रसार का शोर, पोस्टर-बैनर लगाने का कार्य जोर नहीं पकड़ सका है. इससे पूर्व के चुनावों में यह शोर 10-15 दिन पहले से सुनाई देने लगता था. विभिन्न पार्टियों द्वारा अपने-अपने प्रत्यासी के पक्ष में मोटरसाईकल रैली, पद यात्रा आदि का आयोजन होता था. विभिन्न स्थानों पर मांस-भात से लेकर शराब पार्टी का आयोजन होता था. यह सब इस बार देखने को नहीं मिल रहा है. इसे भी पढ़ें : कोई">https://lagatar.in/no-one-will-be-able-to-end-the-reservation/">कोई
खत्म नहीं कर पाएगा आरक्षण? ऐसा शांत माहौल से छुटभैये नेताओं की दुकानदारी बंद व पूछ खत्म सी होती दिखाई दे रही है. पहले प्रत्यासी व उनके कार्यकर्ता ऐसे छुटभैये नेताओं की चरण वंदना व जीहुजूरी करते नजर आते थे, लोगों का बडा़ वोट को डायवर्ट करा देने का झूठा भरोसा दिलाकर अपना कीमत तय करते थे. लेकिन आज इन्हें कोई पूछ नहीं रहा है. आम जनता भी चुनाव में शोर नहीं होने से जहां सुकुन महसूस कर रही है वहीं उन्हें मनोरंजन होता नहीं दिख रहा है. विभिन्न दलों का पैसा कार्यकर्ताओं के पास नहीं आने की वजह से यहाँ के दुकानदारों का कारोबार में भी इजाफा नहीं हो रहा है. आम दिनों की तरह यहां का माहौल चुनाव प्रचार के आखिरी दौर में देखने को मिल रहा है. [wpse_comments_template]