सरकार अल्पमत में आ चुकी है
मीडिया रिपोर्ट और विपक्ष के दावों के अनुसार इमरान खान की सरकार अल्पमत में आ चुकी है. घबराहट में इमरान खान ने रविवार को विशाल रैली निकालकर विपक्षी नेताओं पर जमकर भड़ास निकाली थी. उधर विपक्षी दलों की साझा रैली भी हो रही है. सभी की नजरें पाकिस्तान में होने वाले सियासी संग्राम पर टिकी हैं. शक्ति परीक्षण में यदि इमरान खान बहुमत साबित करने में विफल रहे, तो उनकी कुर्सी चली जाएगी. इस तरह उनका नाम भी समय पूर्व कुर्सी गंवाने वाले पाकिस्तान के प्रधानमंत्रियों में शुमार हो जाएगा. उनकी सरकार गिरने के आसार इसलिए ज्यादा हैं, क्योंकि उनके ही दल के कई साथी व गठबंधन के दल उनके खिलाफ बगावत कर चुके हैं. इसी बीच पूर्व पीएम नवाज शरीफ की पार्टी व जमीयत उलेमा ए इस्लाम के अध्यक्ष फजलुर रहमान महंगाई व इमरान की पार्टी पाकिस्तान तहरीके इंसाफ के खिलाफ विशाल मार्च लेकर इस्लाबाद पहुंच रहे हैं. ऐसे में आज इस्लामाबाद बड़ी राजनीतिक उठापटक का केंद्र बनेगा. इसे भी पढ़ें - कोविड">https://lagatar.in/will-get-rid-of-kovid-caller-tune-decision-soon/">कोविडकॉलर ट्यून से मिलेगा छुटकारा, फैसला जल्द
इमरान का कार्यकाल पूरा करने का दावा
इमरान खान अपनी कुर्सी को बचाने के लिए हर कोशिश कर रहे हैं, लेकिन संकट के बादल गहरा रहे हैं. इमरान खान ने रविवार को इस्लामाबाद में बड़ी रैली की थी. इसमें 10 लाख लोग शामिल हुए थे. रैली में इमरान खान ने दावा किया कि वह अपना कार्यकाल पूरा करेंगे. उन्होंने पाकिस्तान की दुर्दशा के लिए पूर्ववर्ती पीएम व मौजूदा विपक्षी दलों को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने भारत के विकास की तारीफ भी की. उन्होंने अपने काम गिनाए, भावुक हुए और गुस्सा भी दिखाया. भारत का जिक्र कर कहा कि 90 के दशक में भारतीय टीम पाकिस्तान आती थी, तो उन्हें लगता था कि वे किसी अमीर मुल्क में हैं. आज भारत हमसे आगे है. ये हमारे हुक्मरानों की नालायकी का नतीजा है.विपक्ष के पास 163 का समर्थन, इमरान के पास 155
पाकिस्तानी मीडिया के मुताबिक जम्हूरी वतन पार्टी के शाहजैन बुगती ने गठबंधन से अलग होने का फैसला ले लिया है. विपक्ष के पास इस समय पीएमएल - क्यू समेत 163 सदस्यों का समर्थन है. वहीं इमरान के पास 155 का. बलूचिस्तान आवामी पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट पाकिस्तान समेत तीन पार्टियां अब भी किसी फैसले पर नहीं पहुंची हैं और दोनों ही तरफ बातचीत कर रही हैं.बहुमत के लिए 172 सदस्य चाहिए
पाक नेशनल असेंबली में कुल 342 सदस्य हैं. बहुमत के लिए 172 सदस्य चाहिए. इमरान के नेतृत्व वाले पीटीआई गठबंधन की सरकार 179 सदस्यों के समर्थन से बनी थी. पीटीआई के 155 सदस्य थे. उसके चार प्रमुख सहयोगी मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान (पाकिस्तान) एमक्यूएम-पी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-कायद (पीएमएल-क्यू), बलूचिस्तान अवामी पार्टी (बीएपी) और ग्रैंड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) के क्रमशः सात, पांच, पांच और तीन सदस्य हैं.पंजाब के सीएम के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव
उधर, पाक पंजाब के सीएम उस्मान बुजदार के खिलाफ भी विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव पेश कर दिया है. विपक्ष ने सीएम बुजदार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया है. इससे इमरान की मुश्किलें और बढ़ गई हैं. उनकी पार्टी पर बुजदार को हटाने का दबाव और बढ़ गया है. खबरों में यह भी कहा गया है कि सीएम बुजदार की सिफारिश पर पीएम इमरान खान पंजाब विधानसभा भंग कर राज्य में चुनाव कराने का भी फैसला कर सकते हैं. इसे भी पढ़ें - केंद्र">https://lagatar.in/nationwide-strike-successful-in-protest-against-anti-people-policies-of-center-bhuvneshwar-mehta/">केंद्रकी जनविरोधी नीतियों के विरोध में राष्ट्रव्यापी हड़ताल सफल- भुवनेश्वर मेहता [wpse_comments_template]