जांच में खुलासा: इजहार अंसारी ने वाराणसी व धनबाद की मंडियों में ज्यादा कीमत पर बेचा था लिंकेज का 86568 टन कोयला
राजस्व की वसूली 6965.26 करोड़
खान सचिव ने बताया कि पिछले पांच साल में खान विभाग ने राजस्व वसूली का जो लक्ष्य रखा था, उसमें लगातार वृद्धि हुई है. 2022-23 में 9680 करोड़ राजस्व वसूली का लक्ष्य था, जिसमें 9798.40 करोड़ रुपए राजस्व प्राप्त हुए. 2023-24 में विभाग ने 13650 करोड़ का लक्ष्य रखा है, वर्तमान में 6965.26 करोड़ रुपए राजस्व वसूली हो चुकी है. यह 12500 करोड़ तक जा सकता है. जो लक्ष्य से काफी करीब है.डेढ़ गुणा अधिक राशि की योजनाएं होंगी स्वीकृत
डीएमएफटी फंड में संग्रह राशि से डेढ़ गुना अधिक राशि की योजना स्वीकृत करने का निर्देश जिला के डीसी को दिया गया है. वर्तमान में 11960.3 करोड़ राशि फंड में आए हैं. जिससे 9413.1 करोड़ की योजना स्वीकृत की गई है. वहीं खर्च 5978.2 करोड़ रुपए हुआ है. इस राशि का उपयोग खनन प्रभावित क्षेत्रों में जन समुदाय के उत्थान एवं कल्याण के लिए होगा.नीलामी के तैयार किए जा रहे खदान
खान विभाग के द्वारा वृहत खनिजों को छोड़कर नीलामी योग्य खदानों के ब्लॉक तैयार करने का काम किया जा रहा है. जिसमें अब तक 10 खनिज ब्लॉक की नीलामी की जा चुकी है. इसमें तीन आयरन ओर, दो सोना, दो चूना पत्थर, एक बॉक्साइट, दो ग्रेफाइट खनिज ब्लॉक की नीलामी का कार्य किया जा चुका है. वर्तमान में 14 खदानों की नीलामी की तैयारी की जा रही है.351 बालू घाटों की नीलामी की प्रक्रिया जारी
जेएसएमडीसी के द्वारा 351 बालू घाटों के नीलामी की प्रक्रिया डीसी के माध्यम से शुरू किया गया है. जिसमें 216 बोली कर्ताओं को एल वन का लेटर ऑफ इंटरेस्ट दिया जा चुका है. 135 बालू घाटों का टेंडर प्रोसेस चल रहा है.भूतत्व निदेशालय में 26 पदों पर हो चुकी है नियुक्ति
भूतत्व निदेशालय में 78 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है. जिसमें 17 राजपत्रित, रसायनज्ञ के चार, विज्ञान पदाधिकारी के पांच पद शामिल हैं. वहीं भूतत्व विश्लेषक के 30 राजपत्रित पद, निम्न वर्गीय लिपिक के 22 पदों पर नियुक्ति के लिए कर्मचारी चयन आयोग को अधियाचना भेजी जा चुकी है. इसे भी पढ़ें -अयोध्या">https://lagatar.in/ayodhya-ram-temple-pran-pratishtha-ceremony-pm-modi-will-sleep-onwooden-chowki-bed-for-three-nights-will-keep-a-strict-fast/">अयोध्याराम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह : पीएम मोदी तीन रात चौकी पर कंबल बिछाकर सोयेंगे, कठोर उपवास रखेंगे… [wpse_comments_template]