Ayodhya : राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा से तीन दिन पहले से पीएम मोदी बिस्तर पर नहीं सोयेंगे. इस क्रम में श्री मोदी कठोर उपवास रखेंगे. केवल फलों का सेवन करेंगे. पीएम मोदी लकड़ी की चौकी या खाट पर सिर्फ कंबल बिछाकर सोयेंगे. राम मंदिर के वैदिक पुजारी सुनील लक्ष्मीकांत दीक्षित ने यह जानकारी दी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो गया
अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन को लेकर प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान मंगलवार से शुरू हो गया. अनुष्ठान सोमवार, 22 जनवरी तक चलेगा. राम मंदिर अभिषेक समारोह के मुख्य यजमान अनिल मिश्रा हैं. श्री मिश्रा को 10 अलग-अलग तरीकों से स्नान कराये जाने की खबर हैं.लक्ष्मीकांत दीक्षित ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा समारोह में लगभग 150 विद्वान शामिल होंगे.
यजमान की शुद्धि के लिए प्रायश्चित प्रार्थना की गयी
यजमान की शुद्धि के लिए प्रायश्चित प्रार्थना की गयी है. इस क्रम में विष्णु पूजा और गोदान भी किया जाना है. जानकारी के अनुसार पीएम मोदी को राम लला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा करनी है. वह 11 दिनों के अनुष्ठान और उपवास पर हैं. पीएम मोदी ने ट्रस्ट से रीति-रिवाजों के बारे में जानकारी ली है.
जटायु की मूर्ति की करेंगे पूजा
प्राण प्रतिष्ठा के दिन पीएम मोदी प्रधानमंत्री पूर्ण व्रत रखेंगे. विशिष्ट मंत्रों का जाप करेंगे. पीएम मोदी जटायुजी की मूर्ति की पूजा करेंगे. इस दिन पीएम मोदी मंदिर निर्माण में भूमिका निभाने वाले मजदूरों से भी मुलाकात करेंगे.
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा समारोह की सभी रस्में वाराणसी के आचार्य गणेश्वर शास्त्री द्रविड़ और काशी के मुख्य आचार्य लक्ष्मीकांत दीक्षित के नेतृत्व में 121 आचार्य पूरी करायेंगे
पीएम मोदी की अपील, 22 जनवरी के बाद अयोध्या आयें…
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से अपील की है कि जो लोग 22 जनवरी को अयोध्या आने के लिए उत्सुक हैं, उन्हें अपनी सुविधा के अनुसार बाद में आना चाहिए. राम भक्तों से हाथ जोड़कर उन्होंने अनुरोध किया कि 22 जनवरी को अनुष्ठान के साथ कार्यक्रम समाप्त होने के बाद वे अपनी सुविधा के अनुसार बाद में अयोध्या आकर राम लला के दर्शन कर सकते हैं.