दिल्ली के इस अस्पताल के पास मात्र 6 घंटे का ऑक्सीजन बाकी, 100 से ज्यादा मरीजों की जान खतरे में

New Delhi : दिल्ली के फोर्टिस अस्पताल ने उसके पास ऑक्सीजन की गंभीर कमी की चेतावनी दी है. वसंत कुंज में स्थित इस अस्पताल में 100 से अधिक गंभीर रोगियों का इलाज किया जा रहा है. अस्पताल के पास केवल छह घंटे का ऑक्सीजन बचा है और उसने अधिकारियों से मदद मांगी है. पिछले कुछ दिनों में दिल्ली के कई अस्पतालों ने केजरीवाल सरकार से तत्काल मदद के लिए अपील करते हुए ऑक्सीजन की कमी के मद्देनजर एसओएस जारी किये हैं.

अस्पताल में 100 से ज्यादा गंभीर मरीज ऑक्सीजन पर हैं

अस्पताल के अधिकारियों ने एक समाचार चैनल से कहा “स्थिति बहुत गंभीर है. हमारके पास बस 6 घंटे का लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन बैकअप है. हमारे अस्पताल में 100 से अधिक गंभीर मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं. हमें INOX से ऑक्सीजन की आपूर्ति होती है, लेकिन हम इतनी कम आपूर्ति के साथ टिक पाने में असमर्थ हैं. अधिकारियों ने कहा कि आपदा से बचने के लिए हम संबंधित अधिकारियों से तत्काल मदद मांग रहे हैं.

केंद्र ने ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स को गिफ्ट कैटेगरी में डाला, आयात होगा सस्ता

इस बीच भारत ने शुक्रवार को ‘उपहार’ आइटम श्रेणी के तहत ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स के आयात की अनुमति दे दी. इससे इस महत्वपूर्ण चिकित्सा उपकरण को सीमा शुल्क से छूट मिल गयी है. सांस लेने में कठिनाई को कम करने के लिए ऑक्सीजन कंसनट्रेटर्स का उपयोग किया जाता है, क्योंकि ये वायुमंडल से ऑक्सीजन लेकर मरीज के फेफड़ों में पहुंचाते हैं. कोविड -19 संक्रमण में बेतहाशा वृद्धि ने इस चिकित्सा उपकरण की मांग को बढ़ा दिया है. वर्तमान में, देश चिकित्सा ऑक्सीजन आपूर्ति की कमी का सामना कर रहा है, इसलिए ऐसे उपकरणों का आयात जरूरी है. इसके अलावा मांग बढ़ने के कारण इनकी कीमतें भी बढ़ गयी हैं. सरकार के इस कदम को इस उपकरण की बढ़ती कीमत को पर नियंत्रण के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है.