Ranchi : सीएम हेमंत सोरेन ने कहा है कि राज्य के स्वास्थ्य व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं. लोगों का हेल्थ प्रोफाइल तैयार किया जा रहा है, ताकि विभिन्न बीमारियों से संक्रमित लोगों की पहचान कर उनका समुचित इलाज किया जा सके. हमारा प्रयास आने वाली पीढ़ी को स्वस्थ एवं सुरक्षित जीवन देना है.
मुख्यमंत्री गुरुवार को विश्व सिकल सेल जागरुकता दिवस के अवसर पर यूनिसेफ द्वारा आयोजित कार्यक्रम में इस रोग से प्रभावित युवक-युवतियों से सीधा संवाद कर रहे थे. मुख्यमंत्री ने सिकल सेल के प्रति जन जागरूकता फैलाने पर जोर दिया.
सिकल सेल पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध
सिकल सेल पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध है. इस बीमारी की प्रारंभिक पहचान और उपचार सुनिश्चित करने के लिए स्क्रीनिंग को बढ़ाने की जरूरत है. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों का स्क्रीनिंग किया जाना चाहिए. बच्चों के जन्म के साथ ही उसकी स्क्रीनिंग कराई जाए, ताकि किसी प्रकार की समस्या हो तो उसका इलाज और समाधान हो सके.
हेल्थ प्रोफाइल के डेटा को एक नियत समय पर अपडेट करते रहना चाहिए. डेटा के अपडेट रहने से हम विभिन्न बीमारियों से निपटने की दिशा में आगे की रणनीति तैयार कर सकेंगे. सिकल सेल के प्रभावितों को जांच दवा और इलाज में परेशानी नहीं हो
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग से कहा कि सिकल सेल के संक्रमितों की जांच और इलाज की पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए. सिकल सेल के मरीजों को समय-समय पर रक्त की जरूरत पड़ती है. ऐसे में उनके लिए रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित होनी चाहिए.
वही दवाइयां भी समय पर सहजता से मिले, इसकी भी पुख्ता व्यवस्था करें. किसी भी संक्रमित को जांच और इलाज में किसी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए.
हेल्थ काउंसलर की भूमिका अहम
सिकल सेल जैसी कई आनुवांशिक बीमारियों की स्क्रीनिंग और काउंसलिंग में हेल्थ काउंसलर की भूमिका काफी अहम होती है . ऐसे में उन्हें प्रॉपर ट्रेनिंग और किट्स उपलब्ध कराया जाना चाहिए, ताकि वे विभिन्न संक्रमण से जूझ रहे लोगों के लिए और भी बेहतर तरीके से अपनी सेवा दे सकें.
सिकल से प्रभावित लोगों से इलाज की जानकारी ली
मुख्यमंत्री ने सिकल सेल से प्रभावित आतिया कौशर, स्नेहा तिर्की, सान्या परवीन, विमला कुमारी और अब्दुल हकीम अंसारी से संवाद कर उनकी बीमारी और उससे होने वाली परेशानियों और चल रहे इलाज की जानकारी ली. कहा कि उन्हें हतोत्साहित होने की जरूरत नहीं है. सिकल सेल से प्रभावित युवक-युवतियों ने अपनी समस्याओं को मुख्यमंत्री के सामने खुलकर रखा.
एक युवती ने कहा कि सिकल सेल की वजह से वे कॉलेज की कक्षाएं कई बार नहीं कर पाती हैं. परीक्षाएं छूट जाती है.. इस वजह से पढ़ाई प्रभावित होती है. मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वे अपनी पढ़ाई जारी रखें. आपने जो परेशानी बताई है, उसका निश्चित समाधान निकाला जायेगा.