Ranchi : बालू माफियाओं के बढ़ते खौफ के कारण रांची के पुलिस पदाधिकारी और कर्मी रात में पेट्रोलिंग करने में खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं. यह चौंकाने वाली जानकारी तब सामने आई जब चुटिया थाना में पदस्थापित कुछ पुलिसकर्मियों ने डीजीपी और एसएसपी को लिखित शिकायत दी.
अवैध बालू लदे गाड़ी को रोकने की कोशिश की, पर रुकी नहीं
दरअसल 29 जून की देर रात जब एएसआई गुरुचरण पंडित अपनी टीम, जिसमें सिपाही बरिंद्र कुंडलानरा, रिझा उरांव और चालक आरक्षी रविंद्र कुमार सिंह शामिल थे, के साथ घाट रोड केतारी बागान में रात्रि पेट्रोलिंग कर रहे थे. उसी दौरान, उन्होंने एक टर्बो गाड़ी (रजिस्ट्रेशन नंबर-ई ई 4309) को अवैध रूप से बालू ले जाते हुए देखा. पेट्रोलिंग टीम ने गाड़ी को रोकने की कोशिश की, लेकिन चालक ने गाड़ी नहीं रोकी. पीछा करने के बाद आखिरकार गाड़ी को रुकवाया गया और चालक से कागजात मांगे गए, लेकिन वह कोई भी दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं कर सका.
बालू माफिया ने जबरन छुड़ाई गाड़ी, दी धमकी
एएसआई गुरुचरण पंडित ने अपनी शिकायत में बताया कि जैसे ही उन्होंने बालू से लदी गाड़ी को रोका, तुरंत पीछे से एक सफेद रंग की गाड़ी (रजिस्ट्रेशन नंबर-JH01FF5542) आई, जिस पर डिफरेंस लिखा हुआ था. उसमें से एक व्यक्ति निकला, जिसने अपना नाम मंगल महतो बताया. उसने पुलिसकर्मियों से अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए पूछा कि उन्होंने बालू गाड़ी को क्यों रोका. मंगल महतो ने दावा किया कि गाड़ी उसकी है और वह थाने को "मैनेज" करता है, इसलिए गाड़ी को ले जाने नहीं देगा. इसी बीच, छह-सात अन्य व्यक्ति भी मौके पर पहुंच गए और पेट्रोलिंग दल के साथ बदतमीजी और अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए जबरन बालू से लदी गाड़ी को छुड़ाकर ले गए. उन्होंने पुलिसकर्मियों को धमकी भी दी कि जो करना है कर लो, वे लोग बालू ले जाएंगे.
बालू माफिया का बढ़ता मनोबल, पुलिस पर हमले का डर, असुरक्षित कर रहे महसूस
पुलिस पदाधिकारी ने अपनी शिकायत में आगे कहा है कि कुछ दिन पहले ही नामकुम थाना प्रभारी और उनके बॉडीगार्ड को बालू गाड़ी ने टक्कर मारकर गंभीर रूप से घायल कर दिया था. ऐसे में रात में पेट्रोलिंग करना काफी असुरक्षित महसूस किया जाता है. उनका कहना है कि बालू माफिया का मनोबल इतना बढ़ गया है कि वे किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं.