Bhagalpur : भागलपुर में बंद राष्ट्रीय जनता दल (राजद) विधायक रीतलाल यादव की तबीयत सोमवार देर रात अचानक बिगड़ गई. मेडिकल इमरजेंसी को देखते हुए जेल प्रशासन ने उन्हें तुरंत मायागंज अस्पताल के फैब्रिकेटेड वार्ड में भर्ती कराया, जहां प्रारंभिक जांच के बाद उन्हें कैदी वार्ड में शिफ्ट किया है. फिलहाल उनका इलाज कैदी वार्ड में चल रहा है.
डेढ़ माह पूर्व ही बेऊर से लाया गया था भागलपुर जेल
सूत्रों के मुताबिक, रात करीब 9:30 बजे रीतलाल यादव का शुगर लेवल और ब्लड प्रेशर असामान्य रूप से गिर गया था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल लाया गया. उनकी हालत को लेकर फिलहाल अस्पताल प्रशासन की ओर से कोई विस्तृत जानकारी नहीं दी गई है. बताया गया है कि सुरक्षा कारणों से करीब डेढ़ माह पूर्व उन्हें पटना के बेऊर जेल से स्थानांतरित कर भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा के तृतीय खंड में रखा गया था.
रिंकू देवी का आरोप-पति की जेल में रची जा रही हत्या की साजिश
इसी बीच, रीतलाल यादव की पत्नी रिंकू देवी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो में उन्होंने गंभीर जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाये हैं. रिंकू देवी का आरोप है कि उनके पति की जेल में हत्या की साजिश रची जा रही है. पूरे परिवार को भी जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं. उन्होंने कहा कि अगर मेरे पति को कुछ हुआ तो उसकी पूरी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी. परिजनों ने मांग की है कि सरकार मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाए और विधायक की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
आज दानापुर के माननीय विधायक श्री रीतलाल यादव जी को भागलपुर जेल मे मारने की कोशिश की गयी।
— Rebel The Yadav (@the_yadav1) June 30, 2025
-रिंकु देवी (माननीय विधायक जी की पत्नी)#ritlalyadav #rjd #LaluPrasadYadav #tejashviyadav @ritlalyadavRJD pic.twitter.com/3E5xQgmJgh
रीतलाल यादव ने भी साजिश रचने का किया था दावा
बता दें कि खुद रीतलाल यादव ने भी पूर्व में यह दावा किया था कि उनकी हत्या की साजिश रची जा रही है, जिसमें एके-47 जैसे हथियारों के इस्तेमाल की बात भी सामने आई थी. उन्होंने अदालत में यह बयान दिया था कि उनकी जान को खतरा है और उन्हें जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है.
बिल्डर से रंगदारी मांगने सहित कई आपराधिक मामले हैं दर्ज
गौरतलब है कि विधायक रीतलाल यादव पर पूर्व में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं. कुछ समय पहले पटना के एक बिल्डर कुमार गौरव ने उन पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया था, जिसके बाद पुलिस ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की थी. बाद में उन्होंने कोर्ट में सरेंडर कर दिया था.