Ranchi: डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय में सोमवार को छात्र संगठनों ने कुलसचिव, प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू (छात्र कल्याण अधिष्ठाता) का घेराव कर एक महिला कर्मचारी की आपराधिक गतिविधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की.
छात्र नेताओं का आरोप है कि संबंधित महिला कर्मचारी ने असामाजिक तत्वों को बुलाकर विश्वविद्यालय परिसर में छात्रों और शिक्षकों के साथ मारपीट व गाली-गलौज की. इतना ही नहीं इन बाहरी तत्वों द्वारा हथियारों का भी प्रदर्शन किया गया, जिससे विश्वविद्यालय परिसर का माहौल तनावपूर्ण हो गया.
छात्र प्रतिनिधि अभिषेक झा ने चेतावनी दी कि यदि 24 घंटे के भीतर उक्त कर्मचारी को बर्खास्त नहीं किया गया और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज नहीं की गई, तो विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया जाएगा.
छात्र संगठनों की मुख्य मांगों में शामिल हैं
• आरोपी कर्मचारी की तत्काल बर्खास्तगी
• बाहरी असामाजिक तत्वों पर कानूनी कार्रवाई
• विश्वविद्यालय परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करना
मामले की गंभीरता को देखते हुए कुलपति ने उच्चस्तरीय जांच समिति के गठन की घोषणा की है और निर्देश दिया है कि समिति 24 घंटे के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करे. इस दौरान आरोपी कर्मचारी को निलंबित कर दिया गया है.
घटनाक्रम के बाद विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का माहौल बना हुआ है. छात्र संगठनों ने स्पष्ट किया है कि जब तक दोषियों पर सख्त कार्रवाई नहीं होती, वे आंदोलन जारी रखेंगे.