बाघमारा थाना प्रभारी व JLKM की महिला जिलाध्यक्ष में नोंकझोंक, एक-दूसरे को जड़ा थप्पड़, हुई सुलह

Dhanbad :   बाघमारा महिला एवं बाल संरक्षण थाना में रविवार को जेएलकेएम महिला मोर्चा की जिलाध्यक्ष भारती महतो और महिला थाना प्रभारी वर्षा रानी के बीच तीखी नोकझोंक हो गयी. मामला इतना तूल पकड़ लिया कि बात हाथापाई तक पहुंच गयी. हालांकि बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया.

 

आरोप-थाना प्रभारी ने पहले मारा, फिर जिलाध्यक्ष ने जड़ा थप्पड़ 

सूत्रों के अनुसार, भारती महतो एक लड़का-लड़की के पारिवारिक विवाद को लेकर थाना पहुंची थीं, जहां पूछताछ के दौरान महिला थाना प्रभारी वर्षा रानी और भारती महतो के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो धीरे-धीरे बढ़ते हुए हाथापाई में तब्दील हो गई. आरोप है कि थाना प्रभारी ने पहले भारती महतो को बाहर निकालकर थप्पड़ जड़ दिया, जिसके जवाब में भारती महतो ने भी थाना प्रभारी को थप्पड़ मार दिया. जिससे वहां उपस्थित लोग भौचक रह गए. मामला बढ़ता देख जेएलकेएम के वरिष्ठ नेता प्रदीप महतो समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता थाने पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया. स्थिति बिगड़ता देख कतरास थाना प्रभारी असित कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और हस्तक्षेप कर किसी तरह दोनों पक्षों के बीच सुलह कराई.

 

थाना प्रभारी पर एक तरफा कार्रवाई करने का आरोप

इस घटना को लेकर भारती महतो ने आरोप लगाया कि  थाना प्रभारी ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए लड़की की मां और भाभी को सुबह से थाने में बैठाया गया था. जबकि लड़के और उसके परिजनों को सुबह ही छोड़ दिया गया. जब इस भेदभावपूर्ण रवैये पर महिला थाना प्रभारी से सवाल किया गया तो थाना प्रभारी ने आक्रोशित होकर महिला पुलिसकर्मियों की मदद से उन्हें थाने से बाहर निकाल दिया और थप्पड़ भी मारा. थाना प्रभारी के इस रवैये से आहत होकर हमने भी उन्हें थप्पड़ मार जड़ दिया.

 

शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया मामला

भारती महतो ने कहा कि किसी भी तरह की घटना होने पर व्यक्ति को सबसे पहले थाना आने का अधिकार है, ना कि कोर्ट जाने का. अगर एक महिला पुलिस एक महिला के साथ इस तरह का व्यवहार करेगी तो जनता का भरोसा पुलिस प्रशासन से उठ जाएगा. उन्होंने कहा कि महिला थाना प्रभारी वर्षा रानी द्वारा माफी मांगने पर आपसी सहमति से मामला सुलझा लिया गया. उन्होंने इसे आपसी गलतफहमी का परिणाम बताया और कहा कि मामला शांतिपूर्वक सुलझा लिया गया है.