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सारे काम छोड़कर वैक्सीनेशन करवाने पहुंचे
स्कूलों में बनाये गये सेंटर्स पर बच्चे खुद जागरूकता के साथ वैक्सीनेशन करवा रहे थे. वहीं अन्य सेंटरों पर अभिवावक अपने बच्चों को लेकर आ रहे थे. अभिभावकों का कहना था कि हमारे परिवार में सबका वैक्सीनेशन हो चुका था. पर बच्चों का वैक्सीनेशन न होने पर इनके संक्रमित होने का डर था. इसलिए सारे काम छोड़कर सबसे पहले इनका वैक्सीनेशन करवाने पहुंचे हैं.4 सेंटर केवल स्कूली बच्चों के लिए था
सोमवार को शहरी क्षेत्र में जिला प्रशासन ने कुल 11 सेंटर लगाये. जिसमें से 4 सेंटर केवल स्कूली बच्चों के लिए था. बाकी 7 सेंटर्स पर इस वर्ग के कोई भी बच्चे जाकर अपना वैक्सीनेशन करवा सकते थे. स्कूलों में कैंप सुबह 8-8:30 बजे से ही शुरू होकर लगभग 12-1 बजे तक लगाया गया. बाकी सेंटरों पर शाम 4- 4:30 बजे तक कैंप लगाया गया. अवसर पर वैक्सीनेशन इंचार्ज एसी नक्सल रामवृक्ष महतो और डॉ शशि भूषण खलखो मौजूद थे.आज स्कूल नहीं जानेवाले थे रितेश, मां ने भेजा
जिला स्कूल के क्लास 7 के 15 वर्षीय रितेश कुमार आज स्कूल नहीं आने वाले थे. पर उसकी मां ने उसे वैक्सीनेशन लगवाने के लिए स्कूल जाने को कहा. वैक्सीनेशन के लिए स्कूल जाने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने कहा कि आज वैक्सीनेशन लगवा लो, कल अगर तबीयत खराब होती है तो मत जाना.alt="" width="750" height="536" />
नाना ने प्रेरित किया, तो वैक्सीनेशन के लिए पहुंची प्रियांशी
17 वर्षीया प्रियांशी प्रज्ञा अपनी मां के साथ वैक्सीनेशन करवाने पहुंची. उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन से पहले डर था, पर उनके नाना ने उन्हें इसके लिए प्रेरित किया. साथ ही उनकी मा अंजना कुमारी सिन्हा ने कहा कि बच्चे की सुरक्षा के लिए वैक्सीनेशन जरूरी है. हमारे घर पर सभी का वैक्सीनेशन हो चुका है.alt="" width="750" height="375" /> इसे भी पढ़ें – बिहार">https://lagatar.in/bihar-former-chief-minister-jitan-ram-manjhi-his-wife-daughter-and-daughter-in-law-corona-infected/">बिहार
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