दो संविधान दिवसों के बीच किसानों ने लोकतंत्र की गरिमा को नयी धार दी

Faisal Anurag ठीक एक साल पहले यही 26 नवंबर का दिन था. सत्ता संविधान दिवस की याद में प्रतिबद्धता के कासीदे पढ़ रही थी लेकिन पंजाब हरियाण से दिल्ली कूच कर रहे किसानों के लिए न केवल सड़कों को खोद का बड़ी बड़ी खाई तैयार किया गया था बल्कि कंटीले बाड़, कंटेनर और मजबूत अवरोध … Continue reading दो संविधान दिवसों के बीच किसानों ने लोकतंत्र की गरिमा को नयी धार दी