एक बेचैन राज्य का सुख-4, टेंशन और टशन

Shyam kishore Choubey उन दिनों मैं दैनिक जागरण के झारखंड स्टेट ब्यूरो में कार्यरत था और विधानसभा की कार्यवाही की रिपोर्टिंग टीम में था. लौटकर मैंने संपादक से मधु कोड़ा के दावे पर बात की तो उन्होंने यह कहते हुए हंसी में उड़ा दिया था कि राजनाथ जी और मुंडा जी के सामने कोड़ा-वोड़ा की … Continue reading एक बेचैन राज्य का सुख-4, टेंशन और टशन