इंडियन एक्सप्रेस भी एक अखबार है, यूपी में योगी की सरकार है और फर्जी विज्ञापन का बाजार है

Prakash K Ray उस झूठे फ़ोटो का विज्ञापन छापने के लिए बड़े अंग्रेज़ी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस द्वारा माफ़ीनामा देने का मतलब यह है कि अब विज्ञापन देनेवाले, विज्ञापन के ठेके वालों और अख़बारों का समीकरण बदल रहा है. यानी अख़बार ख़ुद विज्ञापन एजेंसी हो रहे हैं और उनके यहां कम पढ़े लिखे और कम वेतन … Continue reading इंडियन एक्सप्रेस भी एक अखबार है, यूपी में योगी की सरकार है और फर्जी विज्ञापन का बाजार है