अंधराष्ट्रवादी दौर में नोबेल कमेटी ने मजदूरों,प्रवासियों के हक को सम्मानित किया

Faisal Anurag  अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कारों के लिए इस बार एक ऐसे अर्थशास्त्री को भी चुना गया है, जिन्होंने न्यूनतम मजदूरी के बढ़ने से कर्मचारियों की कमी की प्रचलित धारणा को तोड़ा है. इस अर्थशास्त्री की यह भी मान्यता है कि प्रवासी मजदूरों को मिलने वाली नौकरी से मूल निवासी श्रमिकों के वेतन प्रभावित नहीं … Continue reading अंधराष्ट्रवादी दौर में नोबेल कमेटी ने मजदूरों,प्रवासियों के हक को सम्मानित किया