तब हम भी इनकी मौत पर कहकहे लगायेंगे..
Anand Kumar अस्पताल से दो लाशें निकलीं. एक हिन्दू-एक मुसलमान. एक ने कहा अलविदा मेरी जान. हमारा साथ बस यहीं तक था…अब तुम श्मशान जाओगे और मैं कब्रिस्तान. इसपर दूसरी लाश बोली, पागल हो क्या, अब तो हम वहां मिलेंगे, जहां न कोई मजहब है, न राजनीति… वहां सब एक बराबर हैं.. न किसी को … Continue reading तब हम भी इनकी मौत पर कहकहे लगायेंगे..
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