Jayantey Vikash
Ranchi : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने 2 दिन पहले सड़क हादसों का डाटा जारी किया था. जिसके मुताबिक हादसों में मरने वाले की संख्या में भारत नंबर वन है. झारखंड की राजधानी रांची में भी यह आंकड़ा कम नहीं है. सरकार द्वारा यातायात नियमों की सख्ती से पालन करवाने के बावजूद हादसों में कमी नहीं आ रही है. इसका सबसे बड़ा कारण लोगों में जागरुकता की कमी हो सकती है. आंकड़ों के मुताबिक साल 2022 में रांची में जनवरी से मार्च तक 146 सड़क हादसे हुए है. जिसमें 112 लोगों की जान चली गयी है. जबकि 42 लोग गंभीर रुप से घायल हो गये है.
इसे भी पढ़ें – धनबाद के 15 स्कूलों के खिलाफ डीएसई की सुनवाई शुरू, मनमाना फीस बढ़ाने का है आरोप
साल 2021 में 644 हादसे हुए
पिछले साल कोरोना के कारण कई माह राज्य में लॉकडाउन लगा रहा, इसके बावजूद सड़क हादसे में कोई खास कमी देखने को नहीं मिली. 2021 के जनवरी से दिसंबर तक 644 हादसे हुए. जिसमें 448 लोग की मौत हो गयी.वहीं 339 लोग घायल हो गये. जनवरी 2021 से लेकर मार्च 2022 तक रांची में 790 सड़क हादसों में 560 लोगों की जान जा चुकी है.
परिवहन विभाग द्वारा यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्ती बरती जा रही है. जनवरी 2021 से दिसंबर तक जिला परिवहन पदाधिकारी ने 8141 ड्राइविंग लाइसेंस सस्पेंड किये है. वही जनवरी 2022 से मार्च तक 1416 डीएल सस्पेंड किए गये हैं. जिनका लाइसेंस सस्पेंड हुआ है वह नियमानुसार 3 माह तक वाहन नहीं चला सकेंगे.
इसे भी पढ़ें – जमशेदपुर : एबीएमपी आदर्श उच्च विद्यालय में गर्मजोशी के साथ किया गया विद्यार्थियों का स्वागत
रांची में सात चौक-चौराहे किये गए लेफ्ट टर्न फ्री
राजधानी के चौक-चौराहों पर ट्रैफिक का आवागमन सुगम बनाने को लेकर लेफ्ट टर्न फ्री की व्यवस्था की गई है. अब इसे और बेहतर करने की पहल की जा रही है. जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के बाद शहर के कुल 7 चौक-चौराहे लेफ्ट टर्न फ्री का विशेष बोर्ड और ट्रैफिक बोलार्ड लगाने का निर्णय लिया गया है. आने वाले 2 से 3 दिनों में बोर्ड लगाने का काम शुरू होगा.
इसे भी पढ़ें – जम्मू कश्मीर में अर्धसैनिक बलों के जवानों का एयर कूरियर सर्विस फिर बंद, पुलवामा हमले से पहले भी बंद हुआ था
क्या होता है ट्रैफिक बोलार्ड
ट्रैफिक बोलार्ड रेडियम लगा हुआ प्लास्टिक का डिवाइडर होता है अब लोहे के स्लाइडिंग बैरियर के जगह ट्रैफिक बोलार्ड का ही चौक चौराहों पर किया जायेगा. रेडियम होने के कारण यह रात के अंधेरे में भी दूर से नजर आयेगा.
इसे भी पढ़ें – जानिए सच, दुनिया के मुकाबले भारत में सबसे महंगी है रसोई गैस, पेट्रोल-डीजल का ऐसा है हाल
[wpse_comments_template]