Ravi Aditya
Ranchi: झारखंड कैडर के आइएएस और आइपीएस की धमक केंद्र से लेकर राज्य सरकार तक में है. पीएम मोदी से सलाहकार से लेकर राज्य में जिलों की कमान भी संभाल रखी है. झारखंड कैडर के आइएएस अमित खरे प्रधानमंत्री मोदी के सलाहकार हैं तो उनकी पत्नी निधि खरे केंद्र में उपभोक्ता मामले की ओएसडी के पद पर तैनात हैं.
डीके तिवारी और अलका तिवारी
डीके तिवारी झारखंड के मुख्य सचिव रह चुके हैं. वे फिलहाल राज्य निर्वाचन आयुक्त के पद पर कार्यरत हैं. वहीं अलका तिवारी भी केंद्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर योगदान दे चुकी हैं. वर्तमान में वे झारखंड की मुख्य सचिव हैं.
केके सोन और अराधाना पटनायक
केके सोन और अराधना पटनायक केंद्र में महत्वपूर्ण मंत्रालयों का काम देख रहे हैं. केके सोन जलजीवन मिशन मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री हैं. जबकि अराधना पटनायक स्वास्थ्य मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री के रूप में कार्यरत हैं.
राहुल शर्मा और हिमानी पांडेय
राहुल शर्मा और हिमानी पांडेय के पास भी केंद्र में महत्वपूर्ण मंत्रालय की जिम्मेवारी है. राहुल शर्मा केंद्र में कैबिनेट सेक्रेट्रेरियट में एडिशनल सेक्रेट्री हैं. जबकि हिमानी पांडेय उद्योग मंत्रालय में एडिशनल सेक्रेट्री के पद पर पदस्थापित हैं.
एसएस मीणा और संपत्त मीणा
एसएस मीणा केंद्र में कई महत्वपूर्ण मंत्रालयों में योगदान दे चुके हैं. जबकि उनकी पत्नी संपत मीणा झारखंड के वरीय पुलिस अफसर हैं.
डॉ नितिन मदन कुलकर्णी और सुमन गुप्ता
डॉ नीतीन मदन कुलकर्णी राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हैं. जबकि उनकी पत्नी सुमन गुत्ता वरीय आइपीएस अफसर हैं.
जीतेंद्र सिंह और विप्रा भाल
जीतेंद्र सिंह और विप्रा भाल दोनों ही सचिव रैंक के अफसर हैं. जीतेंद्र सिंह के पास श्रम विभाग की जिम्मेवारी है. जबकि विप्रा भाल के पास परिवहन और परिवहन आयुक्त की जिम्मेवारी है. जितेंद्र कुमार सिंह 2008 बैच और विप्रा भाल 2006 बैच की आईएएस हैं. दोनों ने कैडर बदल कर झारखंड ज्वाइन किया था.
नैंसी सहाय और वरूण रंजन
नैंसी सहाय फिलहाल हजारीबाग की डीसी हैं. वहीं वरूण रंजन जुडको के प्रबंध निदेशक हैं.
चंदन सिन्हा और कंचन सिंह
चंदन सिन्हा रांची के एसएसपी हैं. जबकि उनकी पत्नी कंचन सिंह सीइओ जेएसपीएल के पद पर पदस्थापित हैं. हाल ही में कंचन सिंह को आइएएस कैडर में प्रोन्नति मिली है.
मेघा भारद्वाज और लोकेश मिश्रा
लोकेश मिश्रा और मेधा भारद्वाज दोनों के पास जिलों की कमान है. लोकेश मिश्रा खूंटी के डीसी हैं. जबकि मेधा भारद्वाज कोडरमा की डीसी हैं.
पत्नी के लिए कैडर भी बदला
2016 बैच लोकेश मिश्रा बिहार कैडर के थे. उन्होंने एनओसी के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास पहुंचा, तो उन्होंने यह कहते हुए रिजेक्ट कर दिया कि मेघा ही क्यों नहीं बिहार आ जाती हैं. उस स्थिति में भी तो पति और पत्नी एक ही राज्य में रह सकेंगे. इसके बाद पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखा. उन्होंने नीतीश को एनओसी देने के लिए मनाया.