NewDelhi : राज्यसभा सांसद व कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सदन में कहा, पूरा विपक्ष मतदाता सूची में विभिन्न विसंगतियों को लेकर उत्पन्न शंकाओं पर विस्तृत चर्चा चाहता है. संसद को लोकतंत्र और भारत के संविधान में लोगों की आस्था की रक्षा करनी चाहिए. भारत के चुनाव आयोग ने 2 मार्च 2025 की अपनी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार देश के चुनावी रिकॉर्ड में विसंगतियों के बारे में खुद स्वीकार किया है.
The entire Opposition wants a detailed discussion on the doubts arisen regarding various discrepancies in the Voters List.
Parliament must protect the faith of the people in Democracy and the Constitution of India.
Election Commission of India’s as per its press release dated… pic.twitter.com/yEGTPqSXRj
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 10, 2025
खड़गे ने कहा कि सभी राज्यों में मतदाता फोटो पहचान पत्र (ईपीआईसी) की बड़े पैमाने पर नकल हो रही है. यह मतदाता की ईमानदारी और हमारी चुनावी प्रक्रिया को गंभीर रूप से कमजोर करता है. कांग्रेस पार्टी ने पहले ही महाराष्ट्र में विधानसभा और लोकसभा चुनावों के बीच सिर्फ 6 महीनों में लाखों मतदाताओं की अचानक वृद्धि का मुद्दा उठाया है.
चुनाव आयोग ने संयुक्त फोटो मतदाता सूची उपलब्ध कराने की हमारी मांग का जवाब नहीं दिया
खड़गे ने सदन में कहा, चुनाव आयोग ने अभी तक एक्सेल प्रारूप में एक संयुक्त फोटो मतदाता सूची उपलब्ध कराने की हमारी मांग का जवाब नहीं दिया है, जिसका उपयोग मतदान के लिए किया गया है. मतदाताओं का अचानक और अनुचित रूप से विलोपन, डुप्लिकेट ईपीआईसी नंबरों की उपस्थिति और हमारी चुनावी प्रक्रिया की अखंडता को प्रभावित करने वाले ऐसे अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर संसद में तत्काल ध्यान देने और चर्चा करने की आवश्यकता है.
हमारे देश में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनावों के संचालन के लिए इन बड़े पैमाने पर अनियमितताओं के कारण उत्पन्न गंभीर खतरे को देखते हुए, मोदी सरकार के लिए यह आवश्यक है कि वह संसद में इस मामले पर व्यापक चर्चा की अनुमति दे.
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