NewDelhi : नेशनल हेराल्ड मामले में देश के कई शहरों में आज सोमवार को कांग्रेस नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर भाजपा पर हल्ला बोला. कहा कि आज़ादी की आवाज नेशनल हेराल्ड को दबाने की राष्ट्रविरोधी साजिश रची जा रही है.
पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी की ईमानदारी और प्रतिष्ठा पर राजनीतिक हमला किया जा रहा है. यह सत्ता का दुरुपयोग है. पी चिदंबरम ने नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ ईडी के आरोपपत्र पर निशाना साधा.
Press conferences conducted by @PChidambaram_IN ji in Delhi and @Kumari_Selja ji in Bhopal, Madhya Pradesh, against the BJP’s attempt to divert attention from the real issues impacting our nation.
The Congress party will continue to hold the Modi govt. accountable for the misuse… pic.twitter.com/ETISIdcBvl
— Congress (@INCIndia) April 21, 2025
नेशनल हेराल्ड का मामला सीधे तौर पर BJP की राजनीतिक साजिश है। मोदी सरकार ED के जरिए कांग्रेस को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है।
लेकिन हम डरने वाले नहीं हैं-झुकने वाले नहीं हैं…
सच के साथ खड़े रहेंगे, सच के लिए आवाज उठाते रहेंगे।आज @bhupeshbaghel जी ने भुवनेश्वर,… pic.twitter.com/pyWIUI3VyX
— Congress (@INCIndia) April 21, 2025
दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यालय में चिदंबरम ने आरोप लगाया कि यह साफ हो गया है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अपने राजनीतिक मालिकों के इशारे पर विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ प्रतिशोध की कार्रवाई कर रहा है.
उन्होंने दावा किया कि इस मामले में कोई आपराधिक आय नहीं थी. इसलिए यह मनी लॉन्ड्रिंग का मामला नहीं हो सकता. पी चिदंबरम ने कहा, पूरी कांग्रेस पार्टी सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर इस राजनीतिक हमले का मुकाबला करेगी.
सत्य और न्याय की जीत होगी, हमारी जीत होगी. चिदंबरम ने मामला समझाते हुएकहा कि एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) और यंग इंडियन (वाईआई) के मामले में कांग्रेस ने 10-12 वर्षों की अवधि में एजेएल को 90 करोड़ रुपये का ऋण दिया था.
उन्होंने कहा कि उस ऋण को यंग इंडियन ने खरीद लिया था, जिसकी वसूली नहीं की जा सकती. उन्होंने कहा, इसलिए ऋण को इक्विटी में बदल दिया गया.
उन्होंने बताया कि यह बैंकों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक चिरपरिचित तरीका है. चिदंबरम ने उदाहरण दिया कि हाल ही में भारत सरकार (जीओआई) ने वोडाफोन इंडिया के स्वामित्व वाली 36,000 करोड़ रुपये की देनदारी को इक्विटी में बदल दिया है.
कहा कि अब वोडाफोन इंडिया में भारत सरकार की इक्विटी 48.99 प्रतिशत है. उन्होंने पूछा, भारत सरकार उस ऋण की वसूली नहीं कर सकती, इसलिए दो महीने पहले उस ऋण को इक्विटी में बदल दिया गया. पूछा कि ईडी भारत सरकार के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला क्यों नहीं दर्ज कर रही है..
कांग्रेस नेता के अनुसार आयकर विभाग ने एजेएल की संपत्ति का मूल्यांकन 413 करोड़ रुपये किया है पूछा है कि 2000 करोड़ रुपये का आंकड़ा कहां से आया, जैसा कि आरोप लगाया जा रहा है. कहा कि 413 करोड़ रुपये अभी भी वहां हैं.
चिदंबरम ने कहा कि एजेएल के पास छह अचल संपत्तियां हैं, जिनमें लखनऊ में एक संपत्ति (एकमात्र फ्री-होल्ड संपत्ति) है, जबकि पटना, इंदौर, मुंबई, पंचकूला और दिल्ली में शेष संपत्तियां लीजहोल्ड हैं. पी चिदंबरम ने कहा कि इसमें कोई पैसे का लेन-देन नहीं हुआ,
कहा कि कंपनी की स्थापना के बाद से वाईआई के शेयरधारकों या निदेशकों ने एक भी रुपया नहीं लिया है. यंग इंडियन एक गैर-लाभकारी कंपनी है. इसके सभी चार शेयरधारक वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारी हैं.
चिदंबरम से कहा, मीडिया में कांग्रेस नेताओं के खिलाफ जारी बयान अज्ञानता या दुर्भावना के कारण हैं. मामला यह है कि ईडी ने कुछ दिन पूर्व नेशनल हेराल्ड मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अन्य के खिलाफ दिल्ली की एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दायर किया है, जिसमें उन पर 988 करोड़ रुपये के कथित शोधन का आरोप लगाया गया था.
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