Latehar: राष्ट्रीय पंचायत राज दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय स्थित बहुउद्देशीय भवन में सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम) कार्यक्रम के तहत निर्मित तृतीयक पृथक्करण केंद्र का शुभारंभ हुआ.
इसका शुभारंभ डीसी उत्कर्ष गुप्ता, भारतीय हरित सेवा के परियोजना निदेशक, सलाहकार सी. श्रीनिवासन, जिला परिषद अध्यक्ष पूनम देवी, आईटीडीए निदेशक प्रवीण कुमार गगराई, जिला परिषद सदस्य विनोद उरांव व रेडक्रास सोसायटी के स्टेट पर्सन सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया.
उपायुक्त ने बताया कि जिला मुख्यालय स्थित बहुउद्देशीय भवन में निर्मित तृतीयक पृथक्करण केंद्र को आज पूर्ण रूप से क्रियाशील किया जा रहा. यहां पर एकत्रित कचरे का वैज्ञानिक ढंग से अंतिम पृथक्करण किया जाएगा.
कहा कि इसके अतिरिक्त जिले के प्रत्येक प्रखंड में ऐसे पृथक्करण केंद्रों की स्थापना की योजना है जिससे संपूर्ण लातेहार में कचरे का समुचित और सुनियोजित प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सकेगा.
लातेहार झारखंड का पहला जिला है जहां सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम) कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है. उन्होंने परियोजना निदेशक सलाहकार सी श्रीनिवासन का धन्यवाद देते हुए कहा कि कचरा प्रबंधन की अवधारणा के प्रति इनकी दृष्टिकोण, वर्गीकरण और पुनरुपयोग के मामले में क्रांतिकारी साबित हुआ है.
उन्होंने बताया कि स्वच्छ और हरित लातेहार की परिकल्पना को साकार करने के लिए जिला प्रशासन के द्वारा सॉलिड एवं लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट (एसएलआरएम) के तहत “क्लीन एंड ग्रीन लातेहार” मिशन की शुरूआत की गई.
उपायुक्त ने कहा कि समाज को स्वच्छ रखना हम सभी लोगों की पहली जिम्मेदारी है. महिलाएं हमेशा समाज के लिए प्रेरणादायक रही हैं. सॉलिड एण्ड लिक्विड रिसोर्स मैनेजमेंट पर परियोजना निदेशक, सलाहकार सी श्रीनिवासन के द्वारा अवांछित ठोस और तरल पदार्थों के उपचार और पुनर्चक्रण के विभिन्न पहलुओं पर व्यापक प्रकाश डाला गया. मौके पर कई अधिकारी मौजूद थे.
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