NewDelhi : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा कैबिनेट की बैठक में जाति जनगणना कराने के निर्णय पर मुहर लगाये जाने को लेकर विपक्षी दलों की प्रतिक्रियाएं सामने आयी है. इस फैसले की जानकारी केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी.
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लगातार जातिगत जनगणना की माँग उठाई थी, जिसके सबसे मुखर पक्षधर श्री @RahulGandhi रहे। आज मोदी सरकार ने Census के साथ जातिगत जनगणना कराने की घोषणा की है। ये सही कदम है जिसकी हम पहले दिन से माँग कर रहे थे।
मैंने कई बार इसे संसद में उठाया और प्रधानमंत्री…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) April 30, 2025
#WATCH | Patna | “It was our 30-year-old demand. It’s a victory for us – the Socialists and Lalu Yadav… Earlier, all the parties from Bihar met the PM, but he denied our demand. Many of the ministers denied this, but this is the strength of ours that they have to work on our… pic.twitter.com/XrfmE5umdP
— ANI (@ANI) April 30, 2025
बता दें कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी जाति जनगणना को लेकर काफी मुखर रहे हैं. वे पार्टी के हर प्लेटफार्म पर लगातार इस मुद्दे को उठाते रहे हैं. कांग्रेस समेत तमाम विपक्षी पार्टियां लगातार सरकार के फैसले पर प्रतिक्रिया दे रही हैं. हालांकि यह भी पूछा है कि कहीं यह हेडलाइन मैनेजमेंट का हिस्सा को नहीं है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस ने लगातार जातिगत जनगणना की माँग उठाई थी, जिसके सबसे मुखर पक्षधर राहुल गांधी थे. कहा कि आज मोदी सरकार ने Census के साथ जातिगत जनगणना कराने की घोषणा की है. ये सही कदम है जिसकी हम पहले दिन से मांग कर रहे थे.
मैंने कई बार इसे संसद में उठाया और प्रधानमंत्री जी को पत्र भी लिखा. इंडी गठबंधन के नेताओं ने भी कई बार जातिगत जनगणना की मांग की है. यह लोकसभा चुनाव में अहम मुद्दा बना. बार-बार प्रधानमंत्री मोदी जी सामाजिक न्याय की इस नीति को लागू करने से बचते रहे और विपक्ष पर समाज को बांटने का झूठा आरोप लगाते रहे.
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने मोदी सरकार के फैसले पर कहा, राहुल गांधी पर समाज को जातियों में बांटने का आरोप लगाया जा रहा था. क्या सरकार (मोदी) अब समाज को जातियों में बांटेगी? कहा कि जो लोग आजतक राहुल गांधी पर लोगों को जातियों में बांटने का आरोप लगा रहे थे, अब वे इसे सरकार का मास्टरस्ट्रोक करार देंगे.
पवन खेड़ा ने तंज कसते हुए कहा, जब आपको मानना ही है राहुल गांधी की बात तो विरोध क्यों करते हैं. खेड़ा ने कहा, यह चौथी-पांचवीं बार है जब राहुल गांधी की बात का पहले ये (सरकार) विरोध करते रहे और फिर मान गये.
पवन खेड़ा ने जाति जनगणना को सामाजिक न्याय के लिए पहला कदम बताया. साथ ही कहा कि इसके साथ कई और कदम उठाने पड़ेंगे.
यह पूछे जाने पर कि जाति जनगणता कांग्रेस का कार्ड था, पवन खेड़ा का जवाब था. नहीं…यह हमारा कार्ड नहीं था. कहा कि सामाजिक न्याय के प्रति जो कांग्रेस के मन में निष्ठा है, उसे हम याद रखते हैं. पूरे देश को पता है कि असली कौन है, और नकली कौन है.
हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि सिर्फ आंकड़े रख देने से सामाजिक न्याय नहीं मिलने वाला. राहुल गांधी के अनुसार जनगणना एक एक्स-रे रिपोर्ट है. उस रिपोर्ट को देखने के बाद आगे का फैसला किया जाना चाहिए.
राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू यादव ने कहा, हम समाजवादी लोग आरक्षण, जातिगणना, समानता, बंधुत्व, धर्मनिरपेक्षता आदि पर 30 साल पहले से सोचते रहे हैं, उसे दूसरे लोग दशकों बाद फॉलो करते हैं.
लालू यादव ने कहा, जातिगत जनगणना की मांग करने पर हमें जातिवादी कहने वालों को यह करारा जवाब है. अभी बहुत कुछ बाकी है. कहा कि इन संघियों को अपने एजेंडा पर नचाते रहेंगे.
राजद नेता तेजस्वी यादव के अनुसार यह पार्टी की 30 साल पुरानी मांग थी. तेजस्वी ने इसे समाजवादियों और लालू यादव की जीत करार दिया. कहा कि पूर्व में बिहार के सभी दलों ने जाति जनगणना को लेकर प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी,
लेकिन हमारी मांग अस्वीकार कर दी गया. लेकिन यह हमारी ताकत है कि उन्हें हमारे एजेंडे पर काम करना पड़ रहा है.
जदयू के प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक झा ने जाति जनगणना के मोदी सरकार के फैसले का स्वागत करते हुए कहा, केंद्र की एनडीए सरकार ने देश में जातीय जनगणना कराने का ऐतिहासिक फैसला लिया है.
निश्चित रूप से यह स्वागत योग्य कदम है. नीतीश कुमार और हमारी पार्टी लंबे समय से इसकी मांग करती रही है.
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