Maithan : मैथन (Maithan) ईसीएल मुगमा एरिया के कापासारा आउटसोर्सिंग कोलियरी के बंगाल बिहार धौड़ा में 27 जनवरी शुक्रवार की अहले सुबह जोरदार आवाज के साथ पचास फीट के दायरे में फिर जमीन फट गयी. करीब तीन से पांच फीट जमीन धंसने से धौड़ा निवासी अजय यादव का खटाल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया. दो माह के भीतर भू धंसान की यह पांचवीं घटना है. लोगों ने कहा कि तेज आवाज के साथ जमीन में दो-तीन फीट दरार पड़ गयी. लगा जैसे भूकंप आ गया है. डर के मारे लोग घर से बाहर निकल गए.
भयभीत हैं धौड़ा के लोग
इस घटना से धौड़ा के लोगों में दहशत के साथ ईसीएल प्रबंधन और स्थानीय प्रशासन के खिलाफ आक्रोश भी है. लोगों ने बताया कि इस क्षेत्र का जिला प्रशासन और ईसीएल प्रबंधन द्वारा कई बार दौरा किया जा चुका है. बावजूद पुर्नवास की कोई ठोस पहल नहीं की गई है. मालूम हो कि बंगाल बिहार धौड़ा की कुल आबादी करीब तीन सौ है. लोगों ने बताया कि वह कोयला उत्पादन का विरोध नहीं करते हैं, लेकिन प्रशासन भू धंसान से प्रभावित लोगों का पुर्नवास करें. कहा कि ईसीएल प्रबंधन व जिला प्रशासन को कई बार लिखकर दिया, लेकिन कोई कारवाई नहीं की गई है.
तीन माह के भीतर पांच घटनाएं
18 नवम्बर 2022 को यहीं पर एक सौ मीटर के दायरे में तेज आवाज के साथ भू धंसान हुआ था, जिसमें अवैध खनन में लगे 25–30 लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई थी. दूसरी बार 29 दिसम्बर को पचास फीट के दायरे में जमीन फट गयी. इस बार भी कोयला के अवैध खनन में जुटे लोग बाल बाल बच गये थे. तीसरी बार 8 जनवरी को अवैध मुहाने से थोड़ी दूर धूल फैक्ट्री के पास चार पांच लोगों के घरों में दरार पड़ गयी और दस बारह लोग प्रभावित हुए थे. चौथी बार 22 जनवरी को सियारकनाली गांव की ओर आउटसोर्सिंग के पूरब साइड एक सौ मीटर दायरे में जमीन फटी.
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