Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) चैत नवरात्र को ले 22 मार्च से कलश स्थापना के साथ देवी दुर्गा का नौ दिवसीय विधान शुरू हो गया है. बुधवार से 9 दिनों तक देवी दुर्गा की पूजा भक्ति भाव से की जाएगी. नवरात्र के पहले दिन शहर के विभिन्न मंदिर शक्ति मंदिर, खलेश्वरी मंदिर, दुर्गा मंदिर, सामाजिक संगठनों समेत श्रद्धालु अपने घरों में कलश स्थापित कर देवी की आराधना में जुट गए हैं. मंदिरों को फूलों व लड़ियों से सजाया गया है. इसके अलावा माता की मूर्तियों का भी श्रृंगार किया गया है.
शहर के सबसे प्रसिद्ध शक्ति मंदिर मंदिर कमेटी के सदस्य सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि नौ दिनों तक मां के नौ रूपों की पूजा की जाएगी पूरे मंदिर परिसर को फूल मालाओं से सजाया गया है. शाम में भव्य आरती होगी. उन्होंने बताया कि 9 दिनों तक मां के दर्शन को लेकर शक्ति मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहेगा. भक्तों की सुविधा के लिए कमेटी ने महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग लाइन की व्यवस्था की है.
शहर के गोल्फ ग्राउंड स्थित खंडेश्वरी मंदिर के पुरोहित छोटू पंडित जी बताते हैं कि नवरात्र के प्रथम दिन मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है. सौभाग्य की देवी शैलपुत्री की पूजा से सुख समृद्धि मिलती है. 9 दिनों तक माता के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाएगी. उन्होंने बताया कि इस मंदिर से लोगों की अपार आस्था जुड़ी हुई है और सालों भर मंदिर में श्रद्धालु भगवान भोलेनाथ, देवी दुर्गा के दर्शन करने को पहुंचते रहते हैं, विशेष कर नवरात्र पर.
एलसी रोड स्थित दुर्गा मंडप में चैत नवरात्र पर पहली बार देवी दुर्गा की पूजा होगी. यूथ क्लब सेवा समिति की ओर से प्रत्येक वर्ष यहां शारदीय नवरात्र का आयोजन होता है. लेकिन इस वर्ष पहली बार चैत्र नवरात्र पर प्रतिमा स्थापित कर बांग्ला परंपरा के अनुसार सभी अनुष्ठान किये जाएंगे. कमेटी के सदस्य सम्राट चौधरी ने बताया कि पांच दिनों के अनुष्ठान को पूरा करने के लिए पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले के गंगाजल घाटी से पुरोहित पधार रहे हैं. 27 मार्च को पष्ठी तिथि पर बेलभरनी के साथ पूजा प्रारंभ होगी.
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