एसडीओ की जांच रिपोर्ट और सरकार के जवाब में विरोधाभास, विधायक ने अध्यक्ष को लिखा पत्र
Hussainabad (Palamu) : हुसैनाबाद विधायक कमलेश कुमार सिंह ने हुसैनाबाद के अंचल अधिकारी नंद कुमार राम के खिलाफ सदन से जांच कराने की मांग की. इस पर मंत्री जोबा मांझी ने बुधवार को सदन में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की. विधायक कमलेश कुमार सिंह जांच रिपोर्ट से संतुष्ट नहीं हैं. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र देकर कहा है कि हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट और सदन में मंत्री के द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में विरोधाभास है. उन्होंने बताया कि अनुमंडल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट की कॉपी भी विधानसभा अध्यक्ष को उपलब्ध करा दी गई है.
विधायक कमलेश कुमार सिंह ने कहा कि गत 2 मार्च को ध्यानाकर्षण सूचना पर मंत्री जोबा मांझी ने कहा था कि पलामू जिले के हुसैनाबाद अंचल के अंचलाधिकारी नंद कुमार राम अगर जांच में दोषी पाए गए तो चलते सत्र के दौरान उनपर कार्रवाई हो जाएगी. कमलेश कुमार सिंह ने सदन को सूचित किया कि हुसैनाबाद के अंचलाधिकारी नंद कुमार राम ने 4 एकड़ 63 डिसमिल जमीन की रसीद वित्तीय वर्ष 1956-57 से लेकर वर्ष 2021-22 तक का कुल लगान 46 हजार 893 रुपये एक ही दिन जारी कर दिया है. जिस व्यक्ति के नाम से जमाबंदी कायम है, उसका जन्म भी वर्ष 1956-57 में नहीं हुआ था. इसपर मंत्री जोबा मांझी ने उन्हें आश्वस्त किया था कि चलते सत्र में कार्रवाई होगी, रिपोर्ट शीघ्र आएगी. मंत्री के आश्वाशन पर विधायक मान गए थे.
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मंत्री ने सदन में रिपोर्ट पेश की तो अवाक रह गए विधायक
22 मार्च को मंत्री जोबा मांझी ने जब अंचलाधिकारी नंद कुमार राम की जांच रिपोर्ट पेश की तो विधायक कमलेश कुमार सिंह अवाक रह गए. क्योंकि उनके पास हुसैनाबाद के अनुमंडल पदाधिकारी की जांच रिपोर्ट मौजूद थी. जो जवाब से बिलकुल भिन्न है. विधायक ने मंत्री द्वारा पेश की गई जांच रिपोर्ट पर असंतोष जाहिर किया. उन्होंने कहा कि एसडीओ की जांच रिपोर्ट के मुताबिक अंचलाधिकारी दोषी हैं. जबकि मंत्री द्वारा प्रस्तुत रिपोर्ट में मामले की लीपापोती कर दी गई है.
विधायक कमलेश कुमार सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर मंत्री द्वारा प्रस्तुत जांच रिपोर्ट पर असंतोष जाहिर किया है. उन्होंने मंत्री की रिपोर्ट और एसडीओ की जांच रिपोर्ट में विरोधाभास होने की बात कही है. उन्होंने कहा है कि इस तरह सदन की गरिमा धूमिल होती है. जब राज्य के सर्वोच्च पंचायत में माननीय सदस्यों को भ्रमित किया जायेगा, तो कोई किसपर विश्वास करेगा. उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष से एसडीओ की जांच रिपोर्ट और सरकार के बयान की खुद जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है.
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