Chouparan : करम डाल विसर्जित करने गयी चौपारण प्रखंड अंतर्गत बछई पंचायत के ओबरा गांव की छह बच्चियां बराकर नदी में डूब गयी. नहाने के दौरान अचानक लड़कियां गहरे पानी में चली गयी और डूबने लगीं. जिसके बाद वहां मछली मार रहे मछुआरे ने नदी में कूदकर तीन बच्चियों को बाहर निकाला. नदी में पानी की तेज धार होने के कारण बाकी तीन बच्चियां बह गयी. इसमें ओबरा निवासी सुरेंद्र यादव की बेटी दिव्या कुमारी (17 वर्ष) का शव नदी के तीन किलोमीटर आगे हड़ाही में जा कर मिला. बाकी दो लड़कियां सुरेंद्र यादव की ही बेटी सपना कुमारी (16 वर्ष) और नारायण राणा की बेटी सरस्वती कुमारी (15 वर्ष) की तलाश जारी है.
मृत बच्ची का शव घर पहुंचते ही परिजन दहाड़ मार कर रोने लगे. वहीं लापता बच्चियों के परिजनों का भी रो-रो कर बुरा हाल है और बार-बार अपने बच्चों को खोजने की गुहार लगा रहे हैं. नदी की तेज धार में बही पायल कुमारी, शिवानी कुमारी और अनीशा कुमारी को मछुआरों ने सुरक्षित बाहर निकाल लिया. दिव्या के शव को एंबुलेंस से अस्पताल भेज दिया गया. इसकी सूचना प्रशासन को दी गई.
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गोताखोरों से करायी गयी खोजबीन
जानकारी मिलने पर गांव और आसपास के युवा, कोईली के गोताखोर तुरंत नदी के बहती धार में कूद लड़कियों की खोजबीन करने लगे. घटना की सूचना पाकर विधायक उमाशंकर अकेला ने पंचाचय के गोताखोरों को लेकर घटनास्थल पर पहुंचकर लड़कियों की निकलने में लगाया. वहीं मौके पर जिला परिषद सदस्य रवि शंकर अकेला, एसडीओ पुनम कुजूर, डीएसपी नाजिर अख्तर, टीएसएस सुप्रीमो अरुण साहू, भाजपा नेता अर्जुन साहू, समाजसेवी भुनेश्वर यादव, जेएमएम नेता बिनोद विश्वकर्मा, राजेन्द्र चंद्रवंशी, सुधीर कौशल सहित सैकड़ों लोग मदद के लिए जुट गए.
चौपारण के बछई ओबरा में इस दर्दनाक हादसे से पर्व की खुशियां मातम में बदल गयी. खबर लिखे जाने तक दो बच्चियों की तलाश जारी थी. गोताखोर, ग्रामीण और परिजन खोजबीन में लगे थे.
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