Kolkata : राहुल गांधी ने आज विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) देशभर में अन्याय के खिलाफ एकजुट होकर लड़ेगा. जान लें कि एक दिन पहले ही इंडिया’ के घटक दल तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष ममता बनर्जी ने राज्य में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी. राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस की भारत जोड़ो न्याय यात्रा ने असम के गोलकगंज से गुजरते हुए राज्य में अपनी यात्रा समाप्त की. यात्रा आज गुरुवार सुबह पश्चिम बंगाल में प्रवेश कर गयी. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
लोग कांग्रेस सांसद की झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे
असम के गौरीपुर में अपने रात्रि विश्राम के बाद राहुल गांधी ने राज्य में अपनी यात्रा के आठवें और आखिरी दिन की शुरुआत कुछ दूरी तक एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहन (एसयूवी) के जरिये की और फिर गोलकगंज पहुंचने के लिए बस में सवार हुए. यात्रा मार्ग में बड़ी संख्या में लोग कांग्रेस सांसद की एक झलक पाने के लिए इंतजार कर रहे थे.
इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी और (आरएसएस) पर नफरत और हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप लगाया. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने यहां संवाददाताओं से कहा, भाजपा और आरएसएस नफरत और हिंसा फैला रहे हैं. हमने यात्रा के साथ न्याय शब्द जोड़ा है क्योंकि देशभर में अन्याय व्याप्त है. इंडिया गठबंधन देशभर में व्याप्त अन्याय के खिलाफ लड़ेगा
Amidst cheers & waves, Shri @RahulGandhi stepped off the bus to a warm welcome from a vibrant group of women outside the Halakura Gaon Panchayat office in Assam.
Embracing the moment, he took photos and shared moments with these spirited voices.
🇮🇳… pic.twitter.com/EQDP0WX8tB
— Congress (@INCIndia) January 25, 2024
पश्चिम बंगाल के हमारे कार्यकर्ताओं ने जिस तरह से मेरा स्वागत किया, उसके लिए उनका धन्यवाद।
इस बार यात्रा में हमने ‘न्याय’ शब्द जोड़ा है, क्योंकि देश में अन्याय हो रहा है।
BJP-RSS देश में नफरत, हिंसा और अन्याय फैला रही है।
इसलिए INDIA एक साथ इस अन्याय के खिलाफ लड़ने जा रहा है।… pic.twitter.com/zXdcG0au58
— Congress (@INCIndia) January 25, 2024
वरिष्ठ नेताओं के साथ गोलकगंज शहर में स्टॉल पर चाय पी
विपक्षी दल के नेता देबब्रत सैकिया ने पीटीआई-भाषा से कहा, वह एक पंचायत कार्यालय में भी रुके, जहां सैकड़ों महिलाएं एक नयी घोषित सरकारी योजना का फॉर्म लेने के लिए एकत्र हुई थीं. वे कांग्रेस नेता का स्वागत करने के लिए कतार से आगे आयी और गांधी ने उनके साथ कुछ समय बिताया. उन्होंने कहा कि गांधी ने अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ गोलकगंज शहर में एक स्थानीय स्टॉल पर चाय पी, जहां उन्होंने आर्थिक रूप से पिछड़े वर्ग के लोगों के साथ बातचीत की. असम से कूचबिहार में यात्रा के प्रवेश करने पर कांग्रेस की पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी ने उनका स्वागत किया.
राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे
यात्रा ने पश्चिम बंगाल के उत्तरी भाग में कूचबिहार जिले के बशीरहाट से होते हुए राज्य में प्रवेश किया. झंडा सौंपने के बाद यात्रा कूचबिहार जिले के खागराबारी चौक की ओर बढ़ेगी जहां राहुल गांधी जनसभा को संबोधित करेंगे. तूफानगंज और कूचबिहार शहर से गुजरने के बाद गांधी कूचबिहार में मां भवानी चौक से पदयात्रा करेंगे. यात्रा बस के जरिए घोक्साडांगा में जारी रहेगी इसके बाद रात्रि विश्राम के लिए अलीपुरद्वार जिले के फालाकाटा पहुंचेगी. 26-27 जनवरी को दो दिन के विराम के बाद यात्रा जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, उत्तर दिनाजपुर और दार्जिलिंग जिलों से गुजरेगी और 29 जनवरी को बिहार में प्रवेश करेगी.
यात्रा 31 जनवरी को पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी
इसके बाद यात्रा 31 जनवरी को मालदा के रास्ते पश्चिम बंगाल में फिर से प्रवेश करेगी और मुर्शिदाबाद से होकर गुजरेगी तथा एक फरवरी को राज्य से प्रस्थान करेगी. मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों को राज्य में कांग्रेस का गढ़ माना जाता है. यात्रा का पश्चिम बंगाल चरण पांच दिनों में छह जिलों और छह लोकसभा क्षेत्रों – दार्जिलिंग, रायगंज, उत्तर और दक्षिण मालदा और मुर्शिदाबाद में दो संसदीय क्षेत्रों से होकर गुजरेगा जिसके तहत 523 किलोमीटर की यात्रा होगी. अप्रैल-मई 2021 के विधानसभा चुनावों के बाद यह गांधी की राज्य की पहली यात्रा है. तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने घोषणा की थी कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव अकेले लड़ेगी जिसके एक दिन बाद यात्रा के पश्चिम बंगाल चरण की शुरुआत हुई है.
वामपंथी दलों के इस मार्च में शामिल होने की उम्मीद है
कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस दोनों 2024 के संसदीय चुनावों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए गठित विपक्षी दलों के गठबंधन इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (इंडिया) के घटक दल हैं. राज्य में और राष्ट्रीय स्तर पर इंडिया गठबंधन में कांग्रेस की सहयोगी मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) और वामपंथी दलों के इस मार्च में शामिल होने की उम्मीद है. यात्रा के बारे में जानकारी की कमी का हवाला देते हुए तृणमूल कांग्रेस ने यात्रा से दूर रहने का फैसला किया है. यात्रा 14 जनवरी को मणिपुर में शुरू हुई थी और 20 मार्च को यह मुंबई में समाप्त होगी. यात्रा 15 राज्यों के 110 जिलों से गुजरते हुए 67 दिनों में 6,713 किलोमीटर की दूरी तय करने वाली है.
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