Piyush Gautam
Ranchi: रांची में बरसात के दिनों में होने वाले जलजमाव की समस्या काफी पुरानी है. हर साल जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए नगर निगम वादे तो करता है, लेकिन आज तक शहर वासियों को इस समस्या से निजात नहीं मिली है. कुछ ही दिनों में मानसून दस्तक देने वाला है. लेकिन जलजमाव से लोगों को निजात दिलाने के लिए अब तक कोई ठोस पहल नहीं दिख रही है. हल्की बारिश से सड़कों, गलियों और मोहल्लों में नालियां जाम हो जाती हैं. इस दौरान घर से बाहर निकलना भी लोगों के लिए दुभर हो जाता है. लोगों को गंदे पानी का अभी से डर सताने लगा है. वक्त रहते समस्या का समाधान नहीं किया गया तो इस वर्ष भी लोगों को इस समस्या से जूझना पड़ेगा.
नालियों का जाम होना जल जमाव की बड़ी वजह
शहर में लोगों को जलभराव से निजात दिलाने के लिए सबसे पहले नालियों की सफाई कराना अनिवार्य है. हर साल नालियों की सफाई के नाम पर करोड़ों रुपयों का एस्टीमेट बनाया जाता है. लेकिन समय के साथ-साथ बारिश के पानी में यह रकम भी बह जाती है और समस्या जस का तस रह जाती है. शहर में जलजमाव की बड़ी वजह भूमिगत नालियां हैं. जो गंदगी और कचरों से भरा पड़ा है.
गली का बदबूदार पानी घर में घुस आता है

कुम्हारटोली निवासी अनिल प्रजापति ने बताया कि बरसात में गली का गंदा व बदबूदार पानी मेरे घर में घुस आता है. जिसके काऱण घर का सामान खराब हो जाता है. बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है. बच्चों को स्कूल जाने में भी परेशानी होती है.
स्कूल जाते वक्त जूते-मोजे हो जाते हैं गंदे

रातू रोड निवासी आठवीं की छात्रा अनामिका कुमारी ने बताया कि जलजमाव से स्कूल जाने के लिए रास्ता पार करना मुश्किल हो जाता है. जूते-मोजे गंदे हो जाते हैं. जूते-मोजे गिला होने के कारण असहज महसूस होता है और पढ़ने में भी मन नहीं लगता.
जलजमाव से दुकान में ग्राहकों की संख्या घट जाती है

दुकानदार धर्मेन्द्र प्रजापति ने बताया कि जलजमाव के कारण दुकान में ग्राहकों की संख्या कम हो जाती है. इससे व्यापार पर बुरा असर पड़ता है.
स्कूल पहुंचने में होती है देरी, शिक्षकों की पड़ती है डांट

सातवीं के छात्र रौशन कुमार ने बताया कि बरसात में जलजमाव के कारण सामान्य दिनों की तुलना में ऑटो भी कम चलती है. इसके काऱण कई बार स्कूल पैदल जाना पड़ता है. जिससे स्कूल पहुंचने में देर हो जाती है. देर से स्कूल पहुंचने पर शिक्षकों की डांट पड़ती है.
घुटनों तक जमा हो जाता है पानी

अनिता देवी ने बताया कि नालियां जाम हैं, सड़कें टूटी हुई हैं, जिसके कारण गली में अक्सर पानी घुटनों तक जमा हो जाता है. पिछले तीन वर्ष से ऐसा ही चल रहा है. इसे लेकर नगर निगम द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जाता है.
युद्धस्तर पर काम चल रहा हैः अमित कुमार
नगर प्रशासक अमित कुमार ने बताया कि जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए युद्धस्तर पर काम चल रहा है. नालियों की सफाई की जा रही है और टूटी सड़कों की मरम्मतीकरण का काम लगातार जारी है.
शहर के इन मुख्य स्थानों पर होती जलजमाव की समस्या
* अपर बाजार
* बकरी बाजार
* मेन रोड
* सेवा सदन रोड
* कांटा टोली
* लेक रोड
* कचहरी रोड
* हिंदपीढ़ी
* कर्बला चौक
* करमटोली
* सर्कुलर रोड
*लालपुर
*डंगराटोली
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