Adityapur (Sanjeev Mehta) : एनआईटी जमशेदपुर में 15 सितंबर तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाया जाएगा. सोमवार की सुबह ”पेडल फॉर प्लैनेट” साइकिल ड्राइव को हरी झंडी दिखाकर स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत हुई है. जानकारी देते हुए संस्थान के निदेशक गौतम सूत्रधर ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा मनाने की शुरुआत अप्रैल 2016 से हुई है. जो स्वच्छता के मुद्दों और प्रथाओं पर गहन ध्यान केंद्रित करने के उद्देश्य से आयोजित किए जा रहे हैं. वर्ष 2024 स्वच्छता पखवाड़ा कार्यान्वयन का लगातार नौवां वर्ष है. पर्यावरण मंत्रालय के निर्देशों के अनुसार हमारे संस्थान में 15 सितंबर 2024 तक स्वच्छता पखवाड़ा मनाई जाएगी. स्वच्छता पखवाड़ा का उद्देश्य विभिन्न स्वच्छता थीम के अंतर्गत गतिविधियों के माध्यम से पूरे देश में लोगों की भागीदारी को सक्रिय करना है.
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स्वच्छता पखवाड़ा एक केंद्रित स्वच्छता अभियान है, जिसका उद्देश्य कैंपस समुदाय के भीतर स्वच्छता, पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सतत प्रथाओं के मूल्यों को स्थापित करना है. विभिन्न आकर्षक गतिविधियों के माध्यम से यह दो सप्ताह का अभियान स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ाने, पर्यावरण अनुकूल आदतों को प्रोत्साहित करने और संस्थान के सभी सदस्यों की सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित करने का प्रयास करेगा. उन्होंने बताया कि आज ”पेडल फॉर प्लैनेट” साइकिल ड्राइव में जमशेदपुर के स्वच्छता पखवाड़े की शुरुआत हुई है. इस कार्यक्रम का उद्देश्य पर्यावरणीय स्थिरता और व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देना है. इसमें छात्रों और कर्मचारियों को कैंपस परिवहन के रूप में साइकिल का चयन करने के लिए प्रोत्साहित किया गया. उपनिदेशक प्रोफेसर राम विनय शर्मा ने साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाई. इससे पूर्व स्वच्छता पखवाड़ा का औपचारिक उद्घाटन “स्वच्छता ही सेवा” के नोडल अधिकारी डॉ. नवीन कुमार वेलदूर्ति ने किया.
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उद्घाटन कार्यक्रम में निदेशक गौतम सूत्रधर, प्रोफेसर राम विनय शर्मा, अमित सिन्हा, गरिमा रोहिल्ला के अलावा सभी डीन, रजिस्ट्रार, संकाय सदस्य और छात्र उपस्थित थे. डॉ. कनिका प्रसाद ने स्वच्छता पखवाड़े के तहत अगले 15 दिनों के लिए योजनाबद्ध गतिविधियों की जानकारी दी. निदेशक प्रोफेसर गौतम सूत्रधर ने एक स्वच्छ और पारदर्शी कार्य वातावरण बनाए रखने के महत्व को बताया. उन्होंने कहा कि पारदर्शिता एक पेशेवर और कुशल कार्यस्थल को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक है. उप निदेशक प्रोफेसर राम विनय शर्मा ने एक स्मार्ट कैंपस बनाने के लिए प्रौद्योगिकी और डिजिटलीकरण को अपनाने के महत्व पर जोर दिया. जो एक स्वच्छ और हरा-भरा कैंपस प्राप्त करने के लिए आवश्यक है. एनआईटी कैंपस में पर्यावरणीय संरक्षण में उनके उत्कृष्ट प्रयासों को मान्यता देते हुए निदेशक ने ग्रीन वॉरियर अवार्ड से डॉ. चंद्रशेखर आजाद, आशीष नंदन यादव, डॉ. दिनेश कुमार और अमित गोपाल को नवाजा गया. इन व्यक्तियों ने अपनी नवाचारी पहलों और अथक प्रयास के माध्यम से हमारे ग्रह की रक्षा के प्रति अपूर्व समर्पण और प्रतिबद्धता का प्रदर्शन किया था. डॉ. एसके राजा ने धन्यवाद ज्ञापन किया.
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